लखनऊ/नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति (Gayatri Prajapati) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने रविवार को कहा कि देवरिया और फतेहपुर जिलों में अवैध बालू खनन के लिए उसने प्रजापति, पांच आईएएस अधिकारियों तथा कुछ अन्य पर धन शोधन का मामला दर्ज कराया है.
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दिल्ली में आईएएनएस से कहा, "एजेंसी ने प्रजापति, तत्कालीन मुख्य सचिव जीवेश नंदन, विशेष सचिव संतोष कुमार, तत्कालीन जिला अधिकारियों -अभय कुमार सिंह और विवेक तथा कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया है."
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ईडी ने कहा कि उसने पिछले महीने दर्ज सीबीआई की एफआईआर के आधार पर आपराधिक मामला दर्ज किया. ईडी ने 16 जुलाई को लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में तीन घंटों तक प्रजापति से पूछताछ की थी. प्रजापति एक कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं, और हाल ही में बीमारी की शिकायत पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
ईडी ने प्रजापति से फतेहपुर जिले में शिव सिंह और सुखराज को बालू खनन के तीन लाइसेंस देने में उनकी भूमिका के बारे में पूछताछ की. अधिकारी ने कहा कि एजेंसी को शक है कि शिव सिंह और सुखराज से मिले धन से लखनऊ, रायबरेली और अमेठी में संपत्ति खरीदी गई.
एजेंसी की योजना प्रजापति के बेटों -अनिल और अनुराग- से भी पूछताछ करने की है. सीबीआई ने पिछले महीने बुलंदशहर के जिला अधिकारी अभय कुमार सिंह और देवरिया के पूर्व जिला अधिकारी विवेक व अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की थी. अभय कुमार सिंह पूर्व में फतेहपुर के जिला अधिकारी रह चुके हैं.