मुंबई: महाराष्ट्र विधान परिषद द्विवार्षिक चुनाव के गुरुवार को घोषित परिणाम में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिव सेना ने स्थानीय प्राधिकरण श्रेणी से दो-दो सीटें हासिल कीं. एक अधिकारी ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी.
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने एक विधान परिषद सीट पर कब्जा जमाया है, वहीं कांग्रेस को उन सीटों पर हार मिली जिस पर उसने प्रत्याशी उतारे थे.
उस्मानाबाद-बीड-लातूर सीट के चुनाव के नतीजे चुनाव आयोग द्वारा टाल दिए गए हैं.
महाराष्ट्र विधान परिषद की छह सीटों के लिए चुनाव सोमवार को हुए. राकांपा के तीन, भाजपा के दो और कांग्रेस के एक सदस्या का कार्यकाल 21 जून को पूरा हो रहा है. इन्हीं सीटों के लिए चुनाव हुए.
महाराष्ट्र विधान परिषद में उस्मानाबाद-बीड-लातूर, रायगढ़-रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, नासिक, परभानी-हिंगोली, वर्धा-चंद्रापुर-गढ़चिरौली और अमरावती सीटों के लिए चुनाव हुए.
रायगढ़, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट से राकांपा के वरिष्ठ नेता सुनील तटकरे के बेटे अनिकेत तटकरे को जीत मिली. उन्होंने शिवसेना के राजीव साबले को हराया है. तटकरे को 620 व साबले को 306 मत मिले.
नासिक की सीट पर शिवसेना ने कब्जा जमाया. शिवसेना के नरेंद्र दराडे ने राकांपा के शिवाजी सहाने को हराया.
भाजपा के उम्मीदवार प्रवीण पोटे-पाटील अमरावती सीट से विजयी हुए. इस सीट से कांग्रेस को सबसे बड़ी पराजय मिली है. प्रवीण को 448 और कांग्रेस के अनिव मधोगढ़िया को महज 17 मत मिले.
परभणी-हिंगोली सीट पर शिवसेना के विप्लव बाजोरिया ने बाजी मारी. उन्हें कुल 256 वोट मिले. विप्लव ने कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश देशमुख को हराया जिन्हें 221 वोट मिले.
भाजपा उम्मीदवार रामदास आंबटकर ने वर्धा-चंद्रपुर- गढ़चिरौली से चुनाव जीता. उन्हें कुल 528 वोट मिले हैं. उन्होंने कड़े मुकाबले में कांग्रेस के इंद्रकुमार सराफ को 37 वोटों से हराया है. सराफ को 491 वोट मिले हैं.