पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की अध्यक्ष ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ईद के मौके पर बुधवार को कोलकाता (Kolkata) में कहा कि त्याग का नाम है हिंदू, ईमान का नाम है मुसलमान, प्यार का नाम है ईसाई, सिखों का नाम है बलिदान. ये है हमारा प्यारा हिन्दुस्तान. इसकी रक्षा हमलोग करेंगे. जो हमसे टकराएगा वो चूर-चूर हो जाएगा. ये हमारा नारा है. उन्होंने कहा कि डरने की कोई बात नहीं है. मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है, वही होता है जो मंजूर-ए-खुदा होता है. उन्होंने कहा कि कभी-कभी जब सूरज (Sun) उगता है, तो उसकी किरणें बहुत तेज होती हैं लेकिन बाद में वह दूर हो जाती हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि डरो मत, जितनी तेजी से उन्होंने ईवीएम (EVM) पर कब्जा कर लिया, उतनी ही तेजी से वे चले जाएंगे.
बता दें कि ममता बनर्जी ने बीजेपी पर बाहुबल, धनबल और सत्ताबल का दुरुपयोग कर लोकसभा चुनाव जीतने का आरोप लगाते हुए सोमवार को लोकतंत्र को बचाने के लिए ईवीएम से पहले की व्यवस्था लागू कर मतपत्र (बैलेट) से चुनाव कराए जाने का आह्वान किया था. राज्य सचिवालय में पार्टी के पदाधिकारियों, सांसदों और विधायकों के साथ बैठक करने के बाद उन्होंने कहा था, "समूचे चुनाव के दौरान हम बाहुबल, धनबल, सत्ताबल और सांस्थानिक बल के दुरुपयोग के खिलाफ लड़े. हमारे कार्यकर्ता निडर होकर लड़े. हम चर्चा कर रहे हैं कि किस तरह धन लूटा गया और धनबल ने किस तरह लोकतंत्र को बर्बाद किया, यह सच्चाई है." यह भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल में हिंसा: 24 परगना में टीएमसी नेता की गोलीमार के हत्या, समर्थकों में नाराजगी
West Bengal CM Mamata Banerjee, in Kolkata: Tyaag ka naam hai Hindu, Imaan ka naam hai Musalman, Pyaar ka naam hai Isaai, Sikhon ka naam hai Balidan. Ye hai hamara pyaara Hindustan. Iski raksha humlog karenge. Jo humse takraega wo choor choor ho jaega. Ye hamara slogan hai. pic.twitter.com/ECsQKq1LkR
— ANI (@ANI) June 5, 2019
WB CM: There is nothing to be scared. Muddai Lakh bura chahe to kya hota hai, wahi hota hai jo manzoor-e-khuda hota hai. Sometimes when the sun rises, its rays are very harsh but later it fades away. Don't be scared, the faster they captured EVMs, the quicker they will go away. pic.twitter.com/vRtKHUZRQX
— ANI (@ANI) June 5, 2019
बैलेट की वापसी के लिए विपक्षी दलों से अपनी आवाज बुलंद करने की अपील करते हुए ममता बनर्जी ने अपने आंदोलन को बंगाल से शुरू कर समूचे भारत में फैलाने का संकल्प लिया.
आईएएनएस इनपुट