'मैंने छात्रों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा, धमकाया भी नहीं', ममता बनर्जी ने अपने बयान पर दी सफाई
ममता बनर्जी ने अपने बयान पर की गई आलोचनाओं का जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य छात्रों और उनके आंदोलनों को समर्थन देना था, न कि धमकाना.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने अपने त्रिणमूल छात्र परिषद कार्यक्रम में छात्रों या उनके प्रदर्शनों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा. ममता बनर्जी ने यह स्पष्टीकरण सोशल मीडिया पर साझा किया और इस पर बुक 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर टिप्पणी की.
ममता बनर्जी का बयान
ममता बनर्जी ने अपने पोस्ट में कहा, "मैंने अपने छात्रों के कार्यक्रम में जो भाषण दिया, उसके संदर्भ में कुछ प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया में एक जानबूझकर झूठी सूचना अभियान चलाया जा रहा है. मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूँ कि मैंने छात्रों या उनके आंदोलनों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा. मैं पूरी तरह से उनके आंदोलन का समर्थन करती हूँ. यह आंदोलन वास्तविक है. मैंने उन्हें धमकाया भी नहीं, जैसा कि कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं. यह आरोप पूरी तरह से गलत है."
भाजपा पर आरोप
ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा के खिलाफ इसलिए बोला क्योंकि वे लोकतंत्र को धमकी दे रहे हैं और पश्चिम बंगाल में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. "मैंने भाजपा के खिलाफ बात की है क्योंकि भारतीय सरकार के समर्थन से वे हमारे राज्य में लोकतंत्र को धमकी दे रहे हैं और अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. केंद्र के समर्थन से वे कानून व्यवस्था को बिगाड़ रहे हैं और मैंने उनके खिलाफ आवाज उठाई है."
रामकृष्ण परमहंस का उद्धरण
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि 28 अगस्त को अपने भाषण में उपयोग किया गया "फोनश करा" (फोड़ दो) का वाक्य श्री रामकृष्ण परमहंस का उद्धरण था. "महान संत ने कहा था कि कभी-कभी आवाज उठाने की जरूरत होती है. जब अपराध और आपराधिक घटनाएं होती हैं, तो विरोध की आवाज उठानी पड़ती है. मेरे भाषण में यह महान रामकृष्ण वाक्य का संदर्भ था."
भाजपा के 'बंगाल बंद' पर प्रतिक्रिया
ममता बनर्जी ने बुधवार को भाजपा के 12 घंटे के 'बंगाल बंद' की निंदा की और इसे बंगाल को "कलंकित" करने की कोशिश बताया. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पार्टी का उपयोग कर बंगाल में आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं. अगर आप बंगाल को जलाएंगे, तो असम, उत्तर-पूर्व, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे! हम आपकी कुर्सी गिरा देंगे."
भाजपा की प्रतिक्रिया
ममता बनर्जी के इस बयान ने भाजपा के मुख्यमंत्रीयों की आलोचना को जन्म दिया है. भाजपा के नेताओं ने ममता बनर्जी के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे राजनीतिक फायदे के लिए भड़काऊ बताने की कोशिश की है.