सीएम उद्धव ठाकरे के मंत्रिमंडल से अब्दुल सत्तार ने दिया इस्तीफा, राज्यमंत्री बनाए जाने से खफा थे शिवसेना के कई नेता
शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार (Photo Credit- ANI)

मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यमंत्री बने शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार (Shiv Sena MLA Abdul Sattar) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा (Abdul Sattar Resigns) सीएम उद्धव ठाकरे को भेज दिया है. हालांकि इस्तीफे का स्पष्ट कारण अभी तक ज्ञात नहीं हो पाया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक शिवसेना के कोटे से राज्यमंत्री बनाए जाने पर पार्टी के कई नेता खफा थे. बता दें कि 30 दिसंबर को ही महाराष्ट्र कैबिनेट (Maharashtra Cabinet) का विस्तार हुआ था और अब्दुल सत्तार ने बतौर राज्यमंत्री शपथ ग्रहण की थी. बताया जा रहा है कि मंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही सोशल मीडिया पर शिवसेना के मुखपत्र सामना का एक लेख वायरल होने लगा था, जिसे लेकर सत्तार बेहद नाराज थे. 11 जून 1994 में मुखपत्र सामना में छपे एक लेख में अब्दुल सत्तार को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का करीबी बताया गया था.

सीएम उद्धव ठाकरे की कैबिनेट में अब्दुल सत्तार को राज्यमंत्री बनाए जाने को लेकर कई शिवसेना नेता नाराज हो गए, जिसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि इस्तीफा दिए जाने के बाद शिवसेना की ओर से उन्हें मनाने की कवायद जारी है. बताया जा रहा है कि शिवसेना के एक नेता को अब्दुल सत्तार को मनाने के लिए भेजा गया है.

अब्दुल सत्तार ने दिया इस्तीफा- 

दरअसल, शिवसेना के कोटे से राज्यमंत्री बनाए जाने के बाद से ही सामना में प्रकाशित 25 साल पुराना लेख सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. मुखपत्र सामना में 11 जून 1994 को 'शेख सत्तार के दाऊद गिरोह से करीबी संबंध' नामक शीर्षक के साथ यह लेख प्रकाशित हुआ था. उस दौरान अब्दुल सत्तार कांग्रेस में थे और उन्होंने शिवसेना के पार्षद को चुनाव में शिकस्त दी थी. यह भी पढ़ें: शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार के बिगड़े बोल, कहा- कोई हमें तोड़ने की कोशिश करेगा तो हम उसका सिर फोड़ देंगे, पांव भी तोड़ देंगे

गौरतलब है कि पिछले साल लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की ओर से टिकट न मिलने के कारण अब्दुल सत्तार नाराज हो गए थे और उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी. कांग्रेस का साथ छोड़ने के बाद वे शिवसेना में शामिल हो गए और विधायक बन गए. महाराष्ट्र कैबिनेट में सत्तार को राज्यमंत्री बनाए जाने से खफा शिवसेना नेताओं का कहना है कि चुनाव से पहले पार्टी में आए नेता को इतनी जल्दी मंत्री बनाना ठीक नहीं है.