केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी एक 'खेला' (Khela) हो रहा है. मैंने अभी महाराष्ट्र एटीएस (Maharashtra ATS) का प्रेस कॉन्फ्रेंस देखा. उसमें सिर्फ बयान जारी किया गया. एक भी सवाल नहीं लिया गया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो हो रहा है वो 'विकास' नहीं है 'वसूली' है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने पूछा कि महाराष्ट्र सरकार को कौन चला रहा है? इस वसूली अघाड़ी की राजनीतिक दिशा क्या है? शरद पवार (Sharad Pawar) जी की ऐसी क्या मजबूरी है कि वो गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) का इतना बचाव कर रहे हैं वो भी गलत तरीके से.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दो दिनों में शरद पवार जी की राजनीतिक साख (Political Credibility) पर जो बहुत बड़ा धब्बा लगा है, उसका एकमात्र रास्ता है कि शरद पवार अनिल देशमुख का इस्तीफा कराएं. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की सरकार शासन का नैतिक अधिकार खो चुकी है. यह भी पढ़ें- Sachin Waze Case: पढ़े सचिन वाजे की हैरतअंगेज कहानी, कैसे मुंबई के लग्जरी होटल से चलाता था वसूली रैकेट.
ANI का ट्वीट-
The only way by which Sharad Pawar Ji's credibility can be restored is by making Anil Deshmukh resign: Union Minister and BJP leader Ravi Shankar Prasad pic.twitter.com/5AftFLQFHr
— ANI (@ANI) March 23, 2021
उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में ये पहली बार हुआ कि किसी पुलिस कमिश्नर ने लिखा कि राज्य के गृह मंत्री जी ने मुंबई से 100 करोड़ रुपये महीना वसूली का टार्गेट तय किया है. जब एक मंत्री का टार्गेट 100 करोड़ रुपये है तो बाकी के मंत्रियों का कितना होगा? उन्होंने कहा कि ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर भी वसूली चल रही थी. कर्मचारियों के साथ ही अधिकारियों के साथ भी ये हो रहा था.