मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में अभी तक गहमागहमी का दौर जारी है. महागठबंधन की सरकार बने हुए 6 दिन से अधिक हो चुके हैं, लेकिन मंत्रिमंडल का विस्तार अब तक अधूरा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शपथ तो ले ली है, लेकिन विभागों के बंटवारे को लेकर असमंजस बना हुआ है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, महागठबंधन में कुछ अहम विभागों के आवंटन को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है. बीजेपी की लिस्ट अभी फाइनल नहीं हुई है, और मंत्रालय के बंटवारे पर बातचीत के लिए दिल्ली में बैठक आयोजित होने की संभावना है. इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस दिल्ली पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत अन्य नेताओं से मुलाकात की.
एनसीपी नेता अजित पवार भी दिल्ली में हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में महायुती के नेताओं की अहम बैठक हो सकती है. चर्चा है कि यह बैठक विभागों के बंटवारे पर अंतिम निर्णय के लिए हो रही है. हालांकि, इस बैठक में एकनाथ शिंदे शामिल होंगे या नहीं, इस पर सस्पेंस बरकरार है.
महायुती में विभागों के बंटवारे को लेकर खींचतान?
रिपोर्ट्स की मानें तो महागठबंधन की तीन प्रमुख पार्टियों बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर खींचतान है. बीजेपी जहां महत्वपूर्ण विभाग अपने पास चाहती है वहीं शिवसेना चाहती मुख्यमंत्री पद बीजेपी के पास है इसलिए अन्य बड़े विभाग उसे मिले. एनसीपी का फोकस वित्त और कृषि जैसे प्रमुख विभागों पर है.
बीजेपी इस बार विभागों को लेकर समझौता करने के मूड में नहीं है. बीजेपी की नजर गृह, वित्त और शहरी विकास विभाग पर है. बीजेपी शिंदे और अजित पवार दूसरे विभाग देने की पेशकश कर सकती है.
दिल्ली से मुंबई तक बैठकों का दौर
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और एकनाथ शिंदे की मुलाकात ने भी राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है. वहीं, शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रवक्ता संजय शिरसाट ने दावा किया है कि अगले 1-2 दिनों में कैबिनेट विस्तार हो जाएगा. मुंबई में देवेंद्र फड़णवीस, अजित पवार और एकनाथ शिंदे के बीच एक और बैठक होने की संभावना है.