महाराष्ट्र में सीएम पद पर खींचतान के बीच बोली कांग्रेस, शिवसेना को समर्थन देने का सवाल ही नहीं
महाराष्ट्र प्रभारी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे की तरफ से कहा गया है कि शिवेसना के साथ मिलकर सरकार बनाने का सवाल ही नहीं पैदा होता है. जनता ने अपना बहुमूल्य वोट देकर विपक्ष में बैठने के लिए अपना जनादेश दिया है इसलिए कांग्रेस विपक्ष में बैठेंगे.
मुंबई: महाराष्ट्र में बीजेपी- शिवसेना (BJP- Shivsena) में बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी भी गतिरोध बरराकर है. अब तक खबर थी कि बीजेपी के साथ शिवसेना की बात नहीं बनी तो वह एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से सरकार बना सकती है. लेकिन शिवसेना को समर्थन नहीं देने को लेकर ही कांग्रेस पार्टी की तरफ से एक बयान सामने आया है. कांग्रेस पार्टी के नेता व महाराष्ट्र प्रभारी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjuna Kharge) की तरफ से कहा गया है कि शिवेसना के साथ मिलकर सरकार बनाने का सवाल ही नहीं पैदा होता है. जनता ने अपना बहुमूल्य वोट देकर विपक्ष में बैठने के लिए अपना जनादेश दिया है इसलिए कांग्रेस विपक्ष में बैठेगी.
दरअसल शिवसेना-बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे विवाद को लेकर शिवसेना ने बीजेपी को धमकी देते हुए एनसीपी-कांग्रेस पार्टी की तरफ इशारा किया था कि उनके पास दूसर विकल्प खुला हुआ है. यानी यदि बीजेपी उनकी बातों को नहीं मानती है तो वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस की मदद से महाराष्ट्र में सरकार बना सकती है. इस बात को तब और बल मिल गया कि जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण यह कहा कि शिवसेना की ओर से अगर सरकार गठन को लेकर ठोस प्रस्ताव आता है तो उस पर विचार किया जाएगा. लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे का यह बयान बताता है कि कांग्रेस पार्टी अपना समर्थन शिवसेना को नहीं देगी. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र में कांग्रेस ने बढ़ाया बीजेपी का टेंशन, कहा- शिवसेना को दे सकते है समर्थन
वहीं शिवसेना को अपना समर्थन देने देने को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि शिवसेना और कांग्रेस के दोनों विचारधारा पूरी तरह से अलग है. इसलिए शिवसेना के साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है और पार्टी स्तर पर इस तरह की किसी संभावना पर कोई चर्चा नहीं है. ज्ञात हो कि महाराष्ट्र में कांग्रेस एनसीपी के साथ मिलाकर चुनाव लड़ी है. कांग्रेस को जहां 44 सीटें मिली हैं. वहीं एनसीपी राज्य में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 54 सीटों को हासिल करने में कामयाब रही है.