मुंबई:- नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ शुरू हुआ विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी विरोध में केरल में नागरिकता कानून के खिलाफ मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (CM Pinarayi Vijayan) ने मंगलवार को विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया. जिसके बाद अब महाराष्ट्र (Maharashtra ) में भी इसके खिलाफ आवाज उठने लगी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरिफ नसीम खान (Arif Naseem Khan) ने न्यूज़ एजेंसी एनआईए से कहा कि हम केरल सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं, महाराष्ट्र में ठाकरे सरकार (Thackeray Government) सहित सभी राज्य सरकारों को विधानसभा का सत्र बुलाना चाहिए, जिसमें केंद्र सरकार से नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की जाए.
बता दें कि केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन प्रस्ताव को पेश करते हुए कहा कि CAA(सीएए) धर्मनिरपेक्ष नजरिए और देश के ताने बाने के खिलाफ है तथा इसमें नागरिकता देने में धर्म के आधार पर भेदभाव होगा. पिनाराई विजयन कहा कि यह कानून संविधान के आधारभूत मूल्यों और सिद्धांतों के विरोधाभासी है. विजयन ने कहा, देश के लोगों के बीच चिंता को देखते हुए केंद्र को सीएए को वापस लेने के कदम उठाने चाहिए और संविधान के धर्मनिरपेक्ष नजरिए को बरकरार रखना चाहिए. विजयन ने विधानसभा को यह भी आश्वासन दिया कि इस दक्षिणी राज्य में कोई निरोध केंद्र नहीं खोला जाएगा. यह भी पढ़ें:- केरल विधानसभा में नागरिकता संशोधन कानून वापस लेने का प्रस्ताव पास, सत्ता पक्ष और कांग्रेस में दिखी एकजुटता.
Maharashtra Congress leader, Arif Naseem Khan: We welcome this decision by Kerala government, all state governments, including the Thackeray government in Maharashtra should call a session of assembly, asking the central government to withdraw Citizenship Amendment Act. https://t.co/ZP3gnQINsw pic.twitter.com/RWawgjZyU5
— ANI (@ANI) December 31, 2019
नए साल में अमित शाह समर्थन में करेंगे रैली
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन जनवरी को जोधपुर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के समर्थन में आयोजित रैली में शामिल होकर इस कानून के प्रति जागरूकता फैलाएंगे. इस दौरे को पार्टी के कूटनीतिक फैसले के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान से भारत आए हिंदू शरणार्थी सबसे ज्यादा जोधपुर में ही रहते हैं, जो सालों से यहां मुश्किल हालातों में रहते हुए बेसब्री से अपनी नागरिकता का इंतजार करते रहे हैं.