बीजेपी-शिवसेना में रार के बीच किसान श्रीकांत गडाले ने की खुद को मुख्यमंत्री बनाने की मांग, कहा- समस्या सुलझा कर दूंगा न्याय

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के एक हफ्ते बाद भी बीजेपी और शिवसेना में सरकार में हिस्सेदारी को लेकर खींचतान जारी है. हालांकि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन उसके पास बहुमत के लिए जरुरी विधायकों की संख्या नहीं है.

देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे (File Photo)

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections 2019) के नतीजों के एक हफ्ते बाद भी बीजेपी (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) में सरकार में हिस्सेदारी को लेकर खींचतान जारी है. हालांकि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन उसके पास बहुमत के लिए जरुरी विधायकों की संख्या नहीं है. सूबे की सत्ता में काबिज बीजेपी और शिवसेना के बीच सरकार में साझेदारी को लेकर गतिरोध बना हुआ है. इस बीच महाराष्ट्र (Maharashtra) के बीड जिले के किसान श्रीकांत विष्णु गडाले (Shrikant Vishnu Gadale) ने दोनों दलों के बीच मतभेद सुलझने और अगली सरकार का गठन होने तक राज्य का मुख्यमंत्री बनने इच्छा जताई है.

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक बीड जिले के वडमौली निवासी किसान श्रीकांत गडाले ने बीड कलेक्टर कार्यालय को गुरुवार को पत्र लिखकर अपनी इच्छा जाहिर की. उन्होंने पत्र में लिखा, “शिवसेना और बीजेपी 2019 विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से मुख्यमंत्री पद को लेकर उठे मुद्दे को अब तक नहीं सुलझा पाई हैं.”

किसान ने आगे लिखा है, ‘‘प्राकृतिक आपदाएं (बेमौसम बरसात) ने राज्य में पकी फसलों को नुकसान पहुंचाया है. किसान इन आपदाओं को लेकर परेशानी में हैं.”

उन्होंने कहा, ‘‘इस वक्त जब किसान परेशान हैं, शिवसेना और बीजेपी मुख्यमंत्री पद के मुद्दे को सुलझा पाने में अक्षम हैं तो इसलिए मुद्दा सुलझने तक राज्यपाल को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी मुझे दे देनी चाहिए.” गडाले ने कहा, “मैं किसानों की समस्या सुलझाऊंगा और उन्हें न्याय दूंगा.”

उल्लेखनीय है कि बीजेपी और शिवसेना में मुख्य तौर पर मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान मचा हुआ है. शिवसेना ने गुरुवार को एक बार फिर दोहराया कि वह मुख्यमंत्री पद के लिये अपना दावा नहीं छोड़ेगी. पार्टी ने कहा कि सत्ता की समान साझेदारी का मतलब शीर्ष पद की साझेदारी भी है.

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