मध्यप्रदेश: MP सरकार के मंत्रियों को हर महीने देना होगा रिपोर्ट कार्ड, कार्य की रेटिंग की जाएगी तय
मध्यप्रदेश के मंत्रियों को हर माह अपने विभाग का रिपोर्ट कार्ड देना होगा. साथ ही उनकी रेटिंग भी तय की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है, "आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार है. मंत्रीगण इसे तेजी से अमल में लाएं. हमें एक दिन भी व्यर्थ नहीं करना है. हमें परिणाम देना है. मंत्रीगण प्रत्येक सोमवार को विभागीय अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा करें.
भोपाल, 27 नवंबर: मध्यप्रदेश के मंत्रियों को हर माह अपने विभाग का रिपोर्ट कार्ड देना होगा. साथ ही उनकी रेटिंग भी तय की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है, "आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार है. मंत्रीगण इसे तेजी से अमल में लाएं. हमें एक दिन भी व्यर्थ नहीं करना है. हमें परिणाम देना है. मंत्रीगण प्रत्येक सोमवार को विभागीय अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा करें. केंद्र की हर योजना में मध्यप्रदेश को नंबर वन रहना है. हर महीने प्रत्येक विभाग के कार्य की रेटिंग की जाएगी. हमें प्रदेश का तेज गति से विकास एवं जनता का कल्याण करना है, साथ ही प्रदेश में सुशासन सुनिश्चित करना है."
मुख्यमंत्री चौहान ने कैबिनेट की बैठक में कहा कि "हमें आर्थिक संकट में राह निकालनी है. केंद्र की हर एक योजना में प्रदेश के लिए अधिक से अधिक राशि प्राप्त करने की पूरी कोशिश करनी चाहिए." चौहान ने कहा कि सीएम डैशबोर्ड पर हर विभाग की ऑनलाइन प्रगति प्रतिदिन प्राप्त होती है, जिसकी नियमित समीक्षा की जाएगी. वे प्रत्येक योजना की प्रथक प्रथक समीक्षा करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रदेश में सुशासन हम सबकी जिम्मेवारी है. एक ओर जहां जनता को समय पर योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए, वहीं प्रदेश में कानून एवं शांति व्यवस्था पुख्ता होनी चाहिए. असामाजिक तत्व, गुंडे, बदमाशों, माफियाओं को नेस्तनाबूत कर देना हमारा संकल्प है. इसके लिए हम नए कानून भी बना रहे हैं." मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रेम के जाल में फंसा कर धर्मातरण बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ढोंगी और पाखंडियों के खिलाफ भी प्रदेश में निरंतर कार्रवाई की जा रही है.