मध्य प्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल को लिखा पत्र, कहा- बंदी बनाए गए 16 विधायकों को आजाद होने दीजिए
इस पत्र में सीएम कमलनाथ ने कहा है कि बेंगलुरु में बंदी बनाए गए विधायकों को रिहा किया जाए और कुछ दिन ताजी हवा में सांस लेने दीजिए. ताकि वे स्वतंत्र मन से फैसला ले सकें.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने राज्यपाल लालजी टंडन (Lalji Tandon) को पत्र लिखा है. इस पत्र में सीएम कमलनाथ ने कहा है कि बेंगलुरु में बंदी बनाए गए विधायकों को रिहा किया जाए और कुछ दिन ताजी हवा में सांस लेने दीजिए. ताकि वे स्वतंत्र मन से फैसला ले सकें. सीएम ने पत्र में कहा, 'मैं पुनः आश्वस्त करना चाहता हूं कि मध्यप्रदेश के बंदी बनाए गए 16 कांग्रेसी विधायकों को स्वतंत्र होने दीजिए और पांच-सात दिन खुले वातावरण में बिना किसी डर-दबाव अथवा प्रभाव के उनके घर पर रहने दीजिए ताकि वे स्वतंत्र मन से अपना फैसला ले सकें. आपका यह मानना कि दिनांक 17 मार्च 2020 तक मध्यप्रदेश विधानसभा में, मैं फ्लोर टेस्ट करवाऊं और अपना बहुमत सिद्ध करूं अन्यथा यह माना जाएगा कि मुझे वास्तव में विधानसभा में बहुमत प्राप्त नहीं है, पूर्णतः आधारहीन होने से असंवैधानिक होगा.'
कमलनाथ ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा, 'मैंने अपने 40 साल के लंबे राजनैतिक जीवन में हमेशा सम्मान और मर्यादा का पालन किया है. आपके पत्र दिनांक 16 मार्च 2020 को पढ़ने के बाद मैं दुखी हूं कि आपने मेरे ऊपर संसदीय मर्यादाओं का पालन न करने का आरोप लगाया है. मेरी ऐसी कोई मंशा नहीं थी, फिर भी यदि आपको ऐसा लगा है तो, मैं खेद व्यक्त करता हूं.' यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश सियासी संकट: कांग्रेस के बागी विधायक मीडिया से हुए रूबरू, कहा- ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे नेता, BJP में शामिल होने पर फैसला नहीं.
सीएम का राज्यपाल को पत्र-
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, ' मैं बार-बार अपने पत्रों के माध्यम से एवं आपसे व्यक्तिगत रूप से मिलकर उस असाधारण स्थिति के बारे में अवगत करवाता रहा हूं कि जब कांग्रेस के 16 विधायकों को बेंगलुरू में बीजेपी के नेताओं द्वारा अपने साथ चार्टर्ड हवाई जहाज में ले जाकर कर्नाटक पुलिस की मदद से होटल में बंदी जैसी स्थिति में रखा गया है, जहां उनसे कोई मिल नहीं सकता, बात नहीं कर सकता.
कमलनाथ ने कहा विधायकों को भोपाल आने से रोका जा रहा है, जबकि बीजेपी के नेता उनके पास आ-जा रहे हैं और उनके मन-मस्तिष्क पर प्रलोभन, डर, दबाव डाल रहे हैं और मीडिया में झूठे बयान दिलवा रहे हैं.' सीएम कमलनाथ ने पत्र में लिखा, 15 महीने के कार्यकाल के दौरान मैंने कई बार बहुमत साबित किया है, अगर बीजेपी का आरोप सही है तो वह अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है. सीएम कमलनाथ ने आरोप लगाया कि बीजेपी की ओर से विधायकों को कई तरह के लालच दिए जा रहे हैं. जिससे विधायक स्वतंत्र होकर फैसला नहीं ले पा रहे हैं.