सीएम कमलनाथ (CM Kamal Nath) ने कहा कि बीजेपी ने हमारी सरकार गिराने के किए साजिश की. जल्दी ही बीजेपी की सच्चाई सामने आएगी. कमलनाथ ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. सीएम कमलनाथ ने कहा, मुझे जनता ने पूरे पांच सालों के लिए बहुमत दिया था. प्रदेश के साथ धोखा करने वाले नेताओं के साथ जनता कभी न्याय नहीं करेगी. उन्होंने कहा वे राज्यपाल लालजी टंडन से मिलेंगे और अपना इस्तीफा सौंप देंगे. उन्होंने कहा, ''15 महीनों में मेरा प्रयास रहा कि हम प्रदेश को नई दिशा दें, प्रदेश की तस्वीर बदलें. लेकिन बीजेपी ने साजिश के तहत सब खत्म कर दिया.
प्रेस कांफ्रेस में सीएम कमलनाथ ने कहा कि 11 दिसंबर 2018 को पिछली विधानसभा का परिणाम आया है, जिसमें कांग्रेस सबसे अधिक सीटें हासिल करके आई. 17 दिसंबर को मैंने शपथ ली और 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल की शपथ ली. आज 20 मार्च है, इस दौरान हमारा प्रयास प्रदेश की तस्वीर बदलने का रहा. 15 महीनों में मेरी क्या गलती थी, अपने राजनीतिक जीवन में मैंने काम पर विश्वास रखा. यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश सियासी संकट: शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह को बताया-देश का सबसे बड़ा ड्रामेबाज.
22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी. शुक्रवार शाम को फ्लोर टेस्ट होना था. लेकिन उससे पहले ही कमलनाथ ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. एक महाराज और उनके 22 साथियों के साथ मिलकर सरकार गिराने की साजिश रची. सीएम कमलनाथ ने कहा, बीजेपी की ओर से जनता के साथ विश्वासघात किया जा रहा है और लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है, जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी. कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी ने मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे कार्यों के खिलाफ साजिश की, पहले दिन से ये लोग हमारी सरकार गिराना चाहते थे.