मध्यप्रदेश: बैतूल वाटर टैंक पर चढ़े नगर के ब्रांड एंबेसडर, टंकी खाली पाए जाने पर 2 कर्मचारियों को किया निलंबित
मध्यप्रदेश का बैतूल जिला पेयजल (Drinking Water) के संकट से जूझ रहा है, यहां कई-कई दिन तक लोगों को पानी नसीब नहीं हो रहा. नगर पालिका (Municipality) द्वारा बनाई गई पानी की टंकी खाली पड़ी है...
बैतूल: मध्यप्रदेश का बैतूल जिला पेयजल (Drinking Water) के संकट से जूझ रहा है, यहां कई-कई दिन तक लोगों को पानी नसीब नहीं हो रहा. नगर पालिका (Municipality) द्वारा बनाई गई पानी की टंकी खाली पड़ी है. इस बात का खुलासा नगर के ब्रांड एंबेसडर ने खुद पानी की टंकी पर चढ़कर किया. इस खुलासे पर एक कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस और अन्य को निलंबित कर दिया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते आठ दिनों से नगर पालिका अध्यक्ष के वार्ड सहित नगर के तीन वाडरें में पानी की आपूर्ति बाधित है.
इस स्थिति से नगर पालिका को अवगत कराया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. टैगोर वार्ड में पुलिस परेड मैदान में बनी 10 लाख लीटर की पेयजल टंकी आठ दिनों से खाली पड़ी हुई थी. जिसकी शिकायत फिल्टर प्लांट प्रभारी राकेश चौरसिया से की गई, लेकिन उन्होंने टंकी के भरे होने का दावा किया. सोमवार को नगर के ब्रांड एंबेसडर संजय शुक्ल पानी की टंकी पर चढ़े और टंकी के खाली होने का खुलासा किया.
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शुक्ला ने कहा कि पानी टंकी की स्थिति और नगर पालिका की मनमानी से जिलाधिकारी तरुण पिथोड़े और मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रियंका सिंह पटेल को अवगत कराने के लिए व्हाट्सएप पर खाली टंकी की तस्वीरें भेजी गईं. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और टंकी भरने का भरोसा दिलाया. शुक्ला लगभग डेढ़ घंटे तक टंकी पर से नहीं उतरे. नगर पालिका की सीएमओ प्रियंका सिंह पटेल ने कहा कि टंकी नहीं भरने और पेयजल आपूर्ति प्रभावित होने में पंप आपरेटर और फिल्टर प्लांट के कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है.
इसे लेकर पंप ऑपरेटर उदय भान सिंह को निलंबित कर दिया है, वहीं फिल्टर प्लांट के कर्मचारी राकेश चौरसिया को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा है. इसके अलावा सभी पंप ऑपरेटरों और फिल्टर प्लांट के कर्मचारियों की बैठक में इसे लेकर सख्त हिदायत दी गई है कि किसी भी कीमत पर पेयजल आपूर्ति प्रभावित न हो.