नई दिल्ली: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सियासी घमासान में नया मोड़ आ गया है. विधानसभा अध्यक्ष एन.पी. प्रजापति (N. P. Prajapati) ने शनिवार को छह विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस (Indian National Congress) के जिन छह विधायकों के इस्तीफे मंजूर किए गए हैं, उनमें इमरती देवी (Imarti Devi), तुलसी सिलावट (Tulsi Silawat), प्रद्युम्न सिंह तोमर (Praduman Singh Tomar), महेंद्र सिंह सिसोदिया (Mahendra Singh Sisodia), गोविंद सिंह राजपूत (Govind Singh Rajput) और प्रभु राम चौधरी (Prabhuram Chaudhary) शामिल हैं.
वहीं मध्यप्रदेश में राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) शुक्रवार की शाम जब वह हवाईअड्डे की ओर जा रहे थे, उस समय कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को रोकने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए. दिल्ली से आए ज्योतिरादित्य सिंधिया दो दिन भोपाल में रहे. शुक्रवार की शाम जब वह हवाईअड्डे की ओर जा रहे थे, उस समय कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को रोकने की कोशिश की. उनके हाथ में काले झंडे थे. विरोध जताने के लिए उन्होंने काले झंडे लहराए.
Madhya Pradesh Assembly Speaker Narmada Prasad Prajapati accepts resignation of six Congress MLAs - Imarti Devi, Tulsi Silawat, Pradhuman Singh Tomar, Mahendra Singh Sisodia, Govind Singh Rajput and Prabhu Ram Chaudhary. They were earlier removed from the state Cabinet. pic.twitter.com/XQrGYJpM7L
— ANI (@ANI) March 14, 2020
मध्यप्रदेश में राज्यसभा के लिए नामांकन भरे जाने की अंतिम तारीख को कमल नाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर संकट के मंडराते बादल नहीं छंटे और सियासी पारा चढ़ा रहा. सत्ताधारी दल कांग्रेस और विरोधी दल बीजेपी की कोशिशें जारी रही. पूरे दिन बेंगलुरू से विधायकों को आने का इंतजार रहा, मगर वे नहीं आए. राज्य की कमल नाथ सरकार को समर्थन देने वाले 22 विधायकों के इस्तीफे अब भी अबूझ पहेली बने हुए है. बीजेपी का कहना है कि सरकार अल्पमत में आ चुकी है तो दूसरी ओर कांग्रेस ने बहुमत का दावा किया. इस्तीफा दे चुके 22 विधायकों में से 19 बेंगलुरू में हैं.