नई दिल्ली:- नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. एक तरफ जहां शाहीन बाग में एक महीने से अधिक से महिलाएं CAA का विरोध कर रही हैं. वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी महिलाओं का CAA और NRC को लेकर प्रदर्शन जारी रखा है. वहीं पुलिस ने घंटा घर में चल रहे विरोध के सिलसिले में 3 एफआईआर दर्ज की है. मुस्लिम महिलाएं सीएए और एनआरसी के विरोध को लेकर घंटाघर पर महिलाएं इकठ्ठा हुई हैं. इन महिलाओं का कहना है कि सरकार जब तक सीएए और एनआरसी को वापस नहीं लेती है तब तक वह अपना धरना समाप्त नहीं करेंगी. इनके साथ बच्चे भी हैं. पुलिस ने बिना परमिशन के प्रदर्शन करने को लेकर कानून का उलंघना बता रही है.
इस बीच गणतंत्र दिवस व अन्य विशेष समारोहों के मद्देनजर शनिवार रात से राजधानी के कमिश्नरी क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है. वहीं पुलिस ने देर शाम महिलाओं को समझाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने किसी की एक नहीं सुनी. इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन कर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने के लिए अलीगढ़ में 60 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अलीगढ़ में भी इसको लेकर कई हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले हैं.
Lucknow: Women continue to protest at Ghanta Ghar against #CitizenshipAmendmentAct and National Register of Citizens (NRC). Police have registered 3 FIRs in connection with the ongoing protest. pic.twitter.com/Oh6b4EdruC
— ANI UP (@ANINewsUP) January 21, 2020
बीजेपी ने बताया प्रायोजित
वहीं बीजेपी के प्रान्तीय प्रवक्ता चन्द्रमोहन ने कहा था कि सीएए के विरोध में पुराने लखनऊ में मुस्लिम महिलाओं का धरना सपा और कांग्रेस द्वारा प्रायोजित है. उन्होंने कहा कि दरअसल, दिसंबर में सीएए के विरोध में हिंसक प्रदर्शन करने वाले उपद्रवियों पर हो रही कार्रवाई को रोकने के लिए ही सपा और कांग्रेस ने मुस्लिम महिलाओं का प्रदर्शन प्रायोजित कराया है.