लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर पार्टियों ने कमर कसना शुरू कर दिया है. पार्टी को जीत मिले इसलिए तमाम पार्टियों ने मजबूत उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. लेकिन कई ऐसे दिग्गज नेता भी हैं जिनका टिकट इस बार के चुनाव में कट गया. इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी ने लालकृष्ण आडवाणी के बाद अब कानपुर से भाजपा सांसद रहे डा. मुरली मनोहर जोशी का नाम भी शामिल हो गया. इस बार के चुनाव में उनका टिकट भी काट दिया है. वहीं खबर मिलते ही सियासी गलियारों में हलचल शुरु हो गई है. इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता लाला कृष्ण आडवाणी (L K Advani) का पत्ता कट चूका है. उनकी सीट से अमित शाह मैदान में उतरेंगे.
मुरली मनोहर जोशी ने कानपुर के मतदाताओं के नाम पत्र जारी कर रहा कि उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा. पार्टी ने कहा है कि उन्हें कानपुर ही नहीं कहीं से भी चुनाव नहीं लड़ना चाहिए. राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) रामलाल की ओर से बताया गया कि उन्हें कानपुर ही नहीं, कहीं से भी चुनाव नहीं लड़ना चाहिए. लेकिन उनके इस पत्र पर उनका हस्ताक्षर नहीं है.
सांसद मुरली मनोहर जोशी कानपुर से पहली बार 2014 में लोकसभा प्रत्याशी बनाए गए थे. पिछले बार के चुनाव में जोशी को 2.22 लाख से ज्यादा मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। उनको 4.74 लाख वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल 2.51 लाख वोट हासिल कर सके थे.
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गौरतलब हो कि बीजेपी वर्तमान में 6 सांसदों का टिकट काट दिया गया है. इसमें मोदी सरकार में कृषि राज्यमंत्री और शाहजहांपुर से लोकसभा सांसद कृष्णा राज का टिकट काटकर अरुण सागर को प्रत्याशी बनाया गया है. वहीं आगरा से वर्तमान सांसद और अनसूचित जाति के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया का टिकट काटकर प्रदेश सरकार के मंत्री एस.पी. बघेल को प्रत्याशी बनाया गया है.
संभल के सासंद सतपाल सैनी का टिकट काट कर परमेश्वर सैनी को उम्मीदवार बनाया गया है. इसी प्रकार हरदोई से अंशुल वर्मा का टिकट काटकर जय प्रकाश रावत को उम्मीदवार बनाया गया है. मिश्रिख सांसद अंजूबाला की जगह अशोक रावत को टिकट दिया गया हैं. वहीं 85 साल के भुवन चंद खंडूरी, 77 साल के भगत सिंह कोश्यारी और 78 साल के कलराज मिश्र मैदान से हट गए हैं.