मेरठ: अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने जाट समाज से आपसी सभी गिले-शिकवे खत्म करके एकजुट होकर बीजेपी को हराने की आह्वान करते हुये कहा कि जाट आरक्षण पर झूठा वादा करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को जाट समाज चुनाव में सबक सिखाएगा. यहां मीडिया के साथ बातचीत में मलिक ने कहा कि जाट आरक्षण संघर्ष समिति की बैठक में हरियाणा में जाट समाज पर चलाई गई बुलेट का जवाब वोट से देने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत जाट समाज भाजपा को हराने वाले किसी भी दल के उम्मीदवार को वोट देगा. उन्होंने बताया कि देशभर में 80 से ज्यादा सीटों पर जाट मतदाता प्रभावी है.
इनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बागपत, कैराना, मुजफ्फरनगर, मथुरा, आदि की 25 सीटें शामिल हैं.
मलिक के अनुसार संघर्ष समिति के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों द्वारा भाजपा के विरोध में जाट बाहुल्य इलाकों में जनसम्पर्क शुरु कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि 26 मार्च 2015 को मोदी और शाह के साथ जाट समाज के नेताओं की बैठक हुई थी, जिसमें जाटों को केंद्रीय सेवाओं में आरक्षण का भरोसा दिया गया पर इस दिशा में आज तक कोई काम नही हुआ.
ठीक इसी तरह उप्र विधानसभा चुनाव के पहले आठ फरवरी 2017 को दिल्ली में चौधरी वीरेन्द्र सिंह के आवास पर बैठक करके आरक्षण का भरोसा दिया गया पर जाट आरक्षण की दिशा में कोई काम नही हुआ न ही हरियाणा में उन युवकों को राहत मिली जिन पर आंदोलन में मुकदमें दर्ज किए गए थे.