लखनऊ: आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी को उत्तर प्रदेश में कड़ी टक्कर देने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और समाजवादी पार्टी (सपा) का गठबंधन लगभग पक्का हो चूका है. इस बात का ऐलान शनिवार को खुद दोनों पार्टियों के मुखियां एक साथ आकर करने वाले है. उत्तर प्रदेश में ऐसा पहली बार होगा जब दो कट्टर प्रतिद्वंदी बीएसपी सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
जानकारी के मुताबिक कल दोपहर 12 बजे मायावती और अखिलेश यादव एक साथ प्रेस वार्ता करेंगे. इस दौरान गठबंधन का ऐलान करने के साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे का भी ऐलान हो सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि दोनों पार्टियां एकसाथ केवल बीजेपी को राज्य में पछाड़ने के लिए कर रही है. बीएसपी-एसपी के गठबंधन से बीजेपी की मुश्किलें बहुत बढ़ जाएंगी.
एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि एसपी और बीएसपी राज्य की 80 सीटों में से 37-37 सीटों को साझा करेंगे, जबकि वे अजीत सिंह के राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के लिए दो सीटें छोड़ देंगे. वहीं गठबंधन कांग्रेस के लिए अमेठी और रायबरेली इन दोनों सीटें को भी छोड़ सकता है. ये वहीं दो सीटें हैं, जिस पर 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जीती थी.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनावों के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance) के चुनाव अभियान की शुरुआत नौ जनवरी को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) से कर चुके है. इस बीच बीएसपी और सपा के गठबंधन से निपटना बीजेपी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा.