चुनाव बाद भी पश्चिम बंगाल में हिंसा जारी: तीन दिन में 2 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या, TMC दफ्तर में हुई मारपीट और लूटपाट
लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद से पश्चिम बंगाल में हिंसक घटनाएं बढ़ गई है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) और बीजेपी (BJP) के कार्यकर्ताओं के बीच लगातार खूनी संघर्ष की घटनाएं सामने आ रही है.
कोलकाता: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) के नतीजों की घोषणा के बाद से पश्चिम बंगाल ( West Bengal) में हिंसक घटनाएं बढ़ गई है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) और बीजेपी (BJP) के कार्यकर्ताओं के बीच लगातार खूनी संघर्ष की घटनाएं सामने आ रही है. ताजा मामला उत्तर 24 परगना (North 24 Parganas) जिले से सामने आया है. जहां एक बीजेपी कार्यकर्ता की कल देर रात अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी.
मिली जानकारी के मुताबिक जिले के भाटापारा (Bhatapara) में कल देर रात एक बीजेपी कार्यकर्ता चंदन शॉ (Chandan Shaw) की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है. जिसके बाद इलाके में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. फिलहाल पुलिस मामलें की जांच कर रही है. शुरुआती जांच में हत्या के पीछे कोई राजनीतिक संबंध नहीं मिला है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में राज्य के मंत्री विनय कृष्ण वर्मन के काफिले पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कथित हमला किया. साथ ही टीएमसी कार्यकर्ताओं की पिटाई भी की गई. उधर बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा चुनाव परिणाम बाद कथित तौर पर पार्टी के दफ्तरों में लूटपाट की भी खबर है.
इससे पहले पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद 24 मई को एक 23 वर्षीय बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में शनिवार को एक 25 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि चकदाहा में शांतू घोष को शुक्रवार रात उनके घर के बाहर गोली मारी गई. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्या के बाद बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 34 को जाम कर दिया. साथ ही कई स्थानों पर रेल यातायात भी बाधित किया. बीजेपी का दावा है कि तृणमूल कांग्रेस इस घटना के पीछे है. सूत्रों ने बताया का घोष लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे.