लोकसभा चुनाव 2019: बीजेपी को मात देने के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चली प्रियंका गांधी, क्या ऐसे UP में कांग्रेस की होगी नैय्या पार?

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पार्टी के चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरूआत कर चुकी है. इसके पहले चरण के तहत उन्होंने तीन दिनों की गंगा यात्रा की. इस दौरान प्रियंका गांधी ने बोट के जरिए 140 किलोमीटर का सफर तय किया.

वाराणसी के श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में प्रियंका गांधी (Photo Credits: Twitter)

लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) उत्तर प्रदेश में पार्टी के चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरूआत कर चुकी है. इसके पहले चरण के तहत उन्होंने तीन दिनों की गंगा यात्रा की. इस दौरान प्रियंका गांधी ने बोट के जरिए 140 किलोमीटर का सफर तय किया और मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. इसके साथ ही प्रियंका ने रास्ते में पड़ने वाले लगभग सभी बड़े मंदिरों के दर्शन किए और वहां घाटों पर घूमकर बखूबी कांग्रेस का प्रचार कर वोटबैंक बढाया.

पॉलिटिकल पंडितों की मानें तो प्रियंका गांधी का यह अवतार बिलकुल उनके भाई राहुल गांधी की तरह ही है. अब तक के उनके प्रचार अभियान को देखकर साफ़ समझा जा सकता है कि प्रियंका भी अपने भाई की सॉफ्ट हिंदुत्व वाली रणनीति पर ही काम कर रही है. जिससे पार्टी को उत्तर प्रदेश में कोई संजीवनी मिल सके और पार्टी दोबारा सूबे में खुद की नींव बना सके.

आपको याद दिला दें कि साल 2017 के अंत में हुए गुजरात विधानसभा चुनावों से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सॉफ्ट हिंदुत्व वाली स्ट्रेटजी बनाई थी. इसके जरिए उन्होंने बीजेपी का प्रमुख वोट बैंक समझे जानेवाले हिंदू अपर कास्ट को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ गुजरात के प्रमुख मंदिरों के दर्शन किए. जिसका कांग्रेस को चुनावों में काफी फायदा भी मिला.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राहुल ने खुद पर हिंदुत्व का तमगा लगवाने के लिए अकेले गुजरात में पूरे चुनाव प्रचार के दौरान कम से कम 25 मंदिरों के दर्शन किए. यहीं नहीं पूरी पार्टी भी राहुल गांधी को धार्मिक व्यक्ति साबित करने की मुहिम में जुट गई. पार्टी कार्यकर्ता से लेकर टॉप लेवल के नेताओं ने राहुल के नए अवतार को जमकर प्रमोट किया.

विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद चुनाव विश्लेषकों ने भी राहुल की नई रणनीति को कारगर बताया. कई सालों से सदन से दूर रहनेवाली कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा की 77 सीटें अपने नाम की. और बीजेपी को उनके गढ़ में कड़ा टक्कर दिया. एक रिपोर्ट के मुताबिक राहुल ने चुनाव अभियान के दौरान गुजरात के 12 बड़े मंदिरों में दर्शन किए. जिसके अंतर्गत पड़नेवाली 12 में से 10 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की. इसमें से 5 सीटें ऐसी थी जिसे साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जीता था.

प्रियंका गांधी के गंगा यात्रा का ठीक ऐसा ही शेड्यूल बनाया गया है. पूर्वांचल में कांग्रेस को अधिक सीटें दिलवाने के लिए प्रियंका का प्लान भी मंदिर दर्शन को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. इसमें करीब एक दर्जन से ज्यादा मंदिरों को शामिल किया गया है.

सोमवार को अपने दौरे की शुरुआत ही प्रियंका ने प्रयागराज के बड़े हनुमान मंदिर से की थी. इसके बाद वह संगम नगरी पहुंचीं. वाराणसी की ओर रवाना होने के बाद रास्ते में पड़े सीतामढ़ी मंदिर भी गईं. अपने दौरे के दूसरे दिन उन्होंने दोबारा सीतामढ़ी मंदिर का दर्शन किया. यहां से वह मिर्जापुर के विंध्यवासिनी धाम पहुंची.

प्रियंका विंध्याचल मंदिर के बाद कंटिट शरीफ मजार पर गई और वहां चादर चढ़ाया. वहां से वे सीधे मिर्जापुर स्थित भटौली घाट गई और लोगों से मिली. उन्होंने अपने दौरे में अस्सी घाट, दशाश्वमेघ घाट, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर आदि भी शामिल किए.

गौरतलब हो कि पूर्वी उत्तर प्रदेश की कमान मिलने के बाद से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पूरे दमखम के साथ प्रचार अभियान में जुटी हुई है. कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें 41 सीटों पर जीत दिलाने की जिम्मेदारी सौंपी है. कांग्रेस को 2014 में पूर्वी उत्तर प्रदेश में केवल दो सीटें प्राप्त हुई थीं.

Share Now

\