प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बांकुरा (Bankura) में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर जमकर हमला बोला. पीएम मोदी ने कहा कि ममता दीदी ने पहले बंगाल को अपनी सत्ता के नशे में बर्बाद किया. अब वो बंगाल को और तबाह करने पर तुल गई हैं अपनी सत्ता जाने के डर से. उन्हें मां-माटी-मानुष की नहीं, सिर्फ और सिर्फ अपने हितों, अपनी कुर्सी, अपने रिश्तेदारों, अपने भतीजे, और अपने टोलाबाजों की परवाह है. उन्होंने कहा कि दीदी देश के संविधान का अपमान कर रही हैं. वो कह रही हैं कि देश के प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री मानने के लिए तैयार नहीं हैं लेकिन उनको पाकिस्तान के पीएम को पीएम मानने में गौरव का अनुभव होता है.
PM Narendra Modi addressing a public rally in Bankura, #WestBengal: Mamata Didi ne pehle Bengal ko barbaad kiya apni satta ke nashe mein, ab woh Bengal ko aur tabah karne par tul gayi hai apni satta jaane ke darr se pic.twitter.com/YWoWNHiLH9
— ANI (@ANI) May 9, 2019
पीएम मोदी ने कहा कि जब पश्चिम बंगाल में समुद्री तूफान आया, तो मैंने दीदी को दो-दो बार फोन किया, लेकिन उनका अहंकार इतना है कि उन्होंने देश के प्रधानमंत्री से बात करना उचित नहीं समझा. यहां तक की भारत सरकार यहां के अफसरों के साथ बैठक करके राज्य की मदद करना चाहती थी लेकिन दीदी ने उस मीटिंग को भी करने से भी इनकार कर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि आज स्थिति ये है कि यहां की मुख्यमंत्री तो दीदी हैं, लेकिन वो पीछे रहकर कैसे कैसों की दादागिरी और हुकूमत चलवा रही है. नाम का शासन तो टीएमसी रखा है लेकिन कारोबार दीदी के ‘जगाई-मथाई’ चला रहे हैं. यह भी पढ़ें- पीएम मोदी का एक और सनसनीखेज आरोप, कहा- राजीव गांधी ने INS विराट का इस्तेमाल 'निजी टैक्सी' की तरह किया था
PM in Bankura, West Bengal: When cyclone came in West Bengal, I called 'didi' again & again, but because of her ego, she didn't think it was appropriate to talk to PM.Central Govt wanted to talk with the officers here & help the state, but 'didi' refused to even hold that meeting pic.twitter.com/Nr9F9hYjI1
— ANI (@ANI) May 9, 2019
पीएम मोदी ने कहा कि दीदी के दिल में घुसपैठियों के लिए और विदेशी कलाकारों के लिए ममता है. लेकिन हमारे आदिवासी युवा, हमारे सपूत जो राष्ट्र रक्षा में अपनी भूमिका निभा रहे हैं, उनके लिए कोई ममता नहीं है. उन्होंने कहा कि जब हमारे वीर सपूतों ने पाकिस्तान के आतंकियों को घर में घुसकर मारा, तो दीदी ने आतंकियों की लाशें दिखाने की मांग की. जब पूरा देश सर्जिकल स्ट्राइक डे मना रहा था, तो पश्चिम बंगाल की सरकार ने ऐसा करने से इनकार कर दिया.