नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में "भविष्य के मतदाता" (Future Voters) भी अपने परिजनों के साथ मतदान केंद्रों (Polling Booth) पर अपनी खुशी का इजहार करते दिखे. इस दौरान उन्होंने चुनाव प्रक्रिया को समझा और इससे जुड़ी अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया. अपने परिजनों का हाथ थामे मतदान केंद्र पहुंचे बच्चे कई जगह फोटो लेने के लिए बनाए गये कियोस्क पर फोटो खिंचाने को लेकर बेहद उत्साहित नजर आये. वहीं परिजनों ने कहा कि बच्चों को चुनाव प्रक्रिया के बारे में बताना बेहद जरूरी है। ग्रेटर कैलाश में मतदान करने आईं कृतिका मेहता ने कहा कि अपने बच्चों को मतदान केन्द्रों पर लाना ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि पहले ही उन्हें इस बारे में बताया जाना चाहिये.
उन्होंने कहा, "आप जब मतदान करने आएं तो अपने बच्चों को सिर्फ साथ ही नहीं लाना चाहिये, बल्कि उन्हें यह भी बताना चाहिये कि यहां क्या हो रहा है और उन्हें चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिये क्यों उत्साहित होना चाहिये. आज वे बहुत उत्साहित हैं और हमें उन्हें कल के लिये एक जिम्मेदार नागरिक बनाना होगा. हमें उन्हें मतदान योग्य होने से पहले इस बारे में बताना होगा." यह भी पढ़ें: दिल्ली: बुजुर्ग बच्चन सिंह के जज्बे को सलाम, 111 साल की उम्र में डाला वोट
नई दिल्ली के एक मतदान केन्द्र पर अपने दादा-दादी के साथ पहुंची पांच वर्षीय श्वेता सेठी ने कहा उसने टीवी पर चुनाव के बारे में बहुत सारे विज्ञापन देखे हैं और वह मतदान केन्द्र देखना चाहती थी.
श्वेता ने कहा, "मैंने टीवी पर बहुत सारे विज्ञापन देखे हैं. मैंने दादू से पूछा कि चुनाव क्या होते हैं. उन्होंने मुझसे वादा किया वह जब वोट डालने जाएंगे तो मुझे साथ लेकर जाएंगे। मेरे माता-पिता भी थोड़ी देर बाद वोट डालने आएंगे."
सफदरजंग एंक्लेव में वोट डालने वाले धीरज श्रीवास्तव ने कहा, "मेरे जुड़वा बच्चे अपनी नागरिक शास्त्र की किताबों में चुनाव और संसदीय व्यवस्था के बारे में पढ़ रहे हैं। एक बार मैं उन्हें संसद की कार्यवाही दिखाने भी ले गया था। आज भी मैं उन्हें अपने साथ लाया हूं ताकि उन्हें इस प्रक्रिया के बारे में समझा सकूं."