नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सात राज्यों की 51 सीटों पर सोमवार को 63.09 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 74.49 फीसदी मतदान हुआ। इस तरह 543 सदस्यीय लोकसभा की 425 सीटों के लिए सोमवार को मतदान संपन्न हो गया और बाकी सीटों पर अगले दो चरणों में 12 और 19 मई को मतदान होगा। 12 मई को सात राज्यों की 59 सीटों पर मतदान होगा, वहीं 19 मई को आठ राज्यों की 59 सीटों पर मतदान होगा। मतगणना 23 मई को होगी।
चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट एप पर रात 10 बजे उपलब्ध आंकड़े के मुताबिक, बिहार में 57.76 फीसदी, मध्य प्रदेश में 66.84 फीसदी, राजस्थान में 63.72 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 57.93 फीसदी, झारखंड में 65.12 फीसदी और जम्मू एवं कश्मीर में 19.55 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
Total voter turnout in #Phase5 of #LokSabhaElection2019: 62.56% pic.twitter.com/EBqknfsgCN
— ANI (@ANI) May 6, 2019
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश से 14, राजस्थान से 12, मध्यप्रदेश और पश्चिम बंगाल की सात-सात, बिहार की पांच, झारखंड की चार और जम्मू एवं कश्मीर की दो सीटों पर मतदान हुआ।
वर्ष 2014 के चुनाव में इन 51 सीटों में से 39 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीत हासिल की थी। राजस्थान में 12, उत्तरप्रदेश की 14 सीटों में से 12, मध्य प्रदेश में सभी सात, बिहार में पांच में से तीन, झारखंड में सभी चार और जम्मू एवं कश्मीर की दो में से एक सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
कांग्रेस ने केवल अमेठी और रायबरेली में जीत का स्वाद चखा था। इस चरण में बहुत-सी दिग्गज सीटों पर मुकाबला है। उत्तरप्रदेश में कांग्रेस का गढ़ रही अमेठी और रायबरेली सीटों पर कांग्रेस-भाजपा में टक्कर देखने को मिलेगी।
रायबरेली से संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी मैदान में हैं, जिन्होंने 2004 में यह सीट जीती थी। उनका मुकाबला पूर्व कांग्रेसी नेता और अभी के भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह से है।
अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच रोचक मुकाबला है।
इस चरण में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह (लखनऊ), जयंत सिन्हा (हजारीबाग) और राज्यवर्धन सिंह राठौर (जयपुर) चुनाव मैदान में हैं।
बिहार में वर्ष 2014 के चुनाव से लेकर अब स्थिति बदल चुकी है। पिछले समय जनता दल(यूनाइटेड) भाजपा के खिलाफ मैदान में था, लेकिन इस बार जद(यू) और भाजपा साथ में चुनाव लड़ रहे हैं। इन्हें राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और दूसरी पार्टियों से कड़ी चुनौती मिलने की संभावना है।