Lok Sabha Election 2024: INDIA ने बढ़ाई BJP की चिंता, लोकसभा चुनाव में NDA फिर से मारेगी बाजी या सत्ता से होगी बेदखल?
एनडीए लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी और उसके सहयोगियों को चुनौती देने के लिए कमर कस रही है.
Lok Sabha Election 2024: भारत में अगला आम चुनाव 18वीं लोकसभा के सदस्यों के चुनाव के लिए अप्रैल-मई 2024 में होने वाला है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाला मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी और उसके सहयोगियों को चुनौती देने के लिए कमर कस रही है.
विपक्ष ने जहां मोदी लहर को रोकने के लिए INDIA नाम से नया गठबंधन बनाया है तो वहीं विपक्ष के एकजुट होने के बाद सत्तारुढ़ एनडीए को भी अपनी रणनीति को बदलना पड़ा है. गठबंधन का उद्देश्य 2024 के भारतीय आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार को गिराना है. इस गठबंधन की घोषणा 18 जुलाई, 2023 को कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और समाजवादी पार्टी सहित 26 दलों के नेताओं ने की थी. PM Modi Shahdol Program: पीएम मोदी के शहडोल कार्यक्रम पर खर्च हुए 20 करोड़, MP नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह का आरोप
चुनाव से पहले NDIA को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. मुद्रास्फीति बढ़ने और बेरोजगारी चरम पर होने के कारण अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी चिंताओं में से एक है. भाजपा को कोविड-19 महामारी से निपटने के तरीके को लेकर भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.
कांग्रेस पार्टी एनडीए की कमजोरियों का फायदा उठाने की उम्मीद कर रही है. पार्टी दो प्रमुख मतदाता समूहों, युवाओं और किसानों पर ज़ोर दे रही है. कांग्रेस 2019 के चुनावों में हिंदी भाषी राज्यों में खोया हुआ कुछ समर्थन वापस पाने की भी उम्मीद कर रही है.
लोकसभा चुनाव 2024 में कांटे की टक्कर बनती दिख रही है. चुनाव से पहले विपक्ष ने गठबंधन तो बना लिया, हालांकि इसमें शामिल पार्टियों के बीच मतभेद की भी खबरें सामने आई हैं. कांग्रेस ने दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, ये फैसला आप के गले से नीचे नहीं उतर रहा है. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या ये गठबंधन चुनाव तक टीक पाएगा?
अर्थव्यवस्था: चुनाव में अर्थव्यवस्था सबसे बड़ा मुद्दा होने की संभावना है. एनडीए मतदाताओं को यह समझाने की उम्मीद कर रहा होगा कि उसने अर्थव्यवस्था के प्रबंधन में अच्छा काम किया है, जबकि कांग्रेस बढ़ती मुद्रास्फीति और बेरोजगारी को भुनाने की कोशिश करेगी.
COVID-19 महामारी: COVID-19 महामारी एक और प्रमुख मुद्दा है जो चुनावों में महत्वपूर्ण होने की संभावना है. एनडीए मतदाताओं को यह समझाने की उम्मीद कर रहा होगा कि उसने महामारी को अच्छी तरह से संभाला है, जबकि कांग्रेस सरकार की विफलताओं को उजागर करने की कोशिश करेगी.
शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा: शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा दो अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जो मतदाताओं के दिमाग में रहने की संभावना है. एनडीए इन क्षेत्रों में अपनी उपलब्धियों को उजागर करने की उम्मीद कर रहा होगा, जबकि कांग्रेस यह दावा करने की कोशिश कर रही होगी कि वह भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित है.
सामाजिक न्याय: चुनाव में सामाजिक न्याय भी एक अहम मुद्दा रहने की संभावना है. एनडीए मतदाताओं को यह समझाने की उम्मीद कर रहा होगा कि वह सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि कांग्रेस जातिगत भेदभाव और धार्मिक असहिष्णुता जैसे मुद्दों पर भाजपा के रिकॉर्ड को उजागर करने की कोशिश कर रही है.
लोकसभा चुनाव 2024 अभी दूर है, लेकिन राजनीतिक युद्ध की रेखाएं अभी से ही खींची जाने लगी हैं. चुनाव के नतीजों का भारत के भविष्य पर बड़ा असर पड़ेगा.