Kerala Lok Sabha Exit Poll Results 2019: केरल में बीजेपी का खुल सकता है खाता, जानिए किसे मिलेंगी कितनी सीटें
केरल एग्जिट पोल (File Photo)

Kerala Exit Poll Predictions: देश के सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे राज्य केरल में 23 अप्रैल को बीस लोकसभा सीटों के लिए मतदान संपन्न हुआ. 17वीं लोकसभा के गठन के लिये केरलवासियों ने जमकर वोट डाले. इस बार केरल में 77.68 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि 2014 में 74.02 प्रतिशत मतदान हुआ था.

केरल में साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने केरल की 20 में से 8 सीट पर जीत दर्ज की थी. केरल में दूसरे नंबर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) रही थी. जिसने 21.6 प्रतिशत वोट हासिल किये थे और 5 सीट जीतने में सफलता हासिल की थी. जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने एक सीट और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को दो सीटों पर जीत मिली. इसके अलावा क्रांतिकारी सोशलिस्ट पार्टी और केरल कांग्रेस ने एक-एक सीट जीती थी और दो सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गई थीं. जबकि बीजेपी के झोली में एक भी सीट नहीं आई.

उधर, केरल में कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने राज्य की सभी 20 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने को लेकर भरोसा जताया है. जबकि सत्तारूढ़ मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने कहा कि वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) 18 सीटों पर जीत हासिल करेगा जबकि बीजेपी का खाता भी नहीं खुलेगा. हालांकि बीजेपी इस बार केरल में चार सीटों पर जीत की उम्मीद लगा रही है.

आइए देखते हैं एग्जिट पोल के आंकड़े-

आजतक-

बीजेपी (एनडीए): 0-1

यूडीएफ: 15-16

एलडीएफ: 3-5

ABP:

बीजेपी: 1

कांग्रेस: 11

मुस्लिम लीग: 2

सीपीएम: 2

News 18-

बीजेपी गठबंधन: 0-1

कांग्रेस गठबंधन: 07-09

मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी गठबंधन: 11-13

राज्य की 20 लोकसभा सीटों के लिए रिकॉर्ड 227 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे. केरल की आबादी लगभग 3.5 करोड़ है. इसमें कुल 2 करोड़ 54 लाख 8 हजार 711 मतदाता 14 जिलों में रहते है. जिनमें 13,111,189 महिलाएं, 12,297,403 पुरुष और 119 'अन्य' लिंग के मतदाता शामिल हैं.

चुनाव आयोग ने राज्यभर में करीब 24,970 मतदान केंद्र बनाए थे. साथ ही शांतिपूर्वक मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए थे. इसके लिए 58,138 पुलिस अधिकारी और 11,781 विशेष पुलिस अधिकारी मतदान के दौरान सुरक्षा के प्रबंध में लगाए गए थे. जबकि केंद्रीय बलों की 57 कंपनियां भी तैनात की गई थी.