Karnataka Election Result 2023: कर्नाटक चुनाव में बीजेपी की करारी हार, भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व पर उठे सवाल
कर्नाटक चुनाव में भारत जोड़ो यात्रा का असर पड़ता दिख रहा है. भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक के 21 सीटों से गुजरी थी. इनमें से 17 पर कांग्रेस को जीत मिलती दिख रही है.
Karnataka Election Result 2023: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के आज नतीजे आ रहे हैं. रुझानों में कांग्रेस को बहुमत मिलता दिख रहा है. पार्टी 120 से ज्यादा सीटों पर आगे है. वहीं, बीजेपी 68 सीटों पर आगे है. कर्नाटक चुनाव में भारत जोड़ो यात्रा का असर पड़ता दिख रहा है. भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक के 21 सीटों से गुजरी थी. इनमें से 17 पर कांग्रेस को जीत मिलती दिख रही है. 2018 में कांग्रेस ने इन सीटों में से सिर्फ पांच में जीती थी. माना जा रहा है कि राहुल गांधी आज शाम को कांग्रेस दफ्तर पहुंच सकते हैं. ये भी पढ़ें- Karnataka Election Result 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में इन कारणों से जीती कांग्रेस, जनता ने बीजेपी के इन मुद्दों को नकारा
कर्नाटक चुनाव परिणाम भारतीय राजनीति के भविष्य के लिए क्या मायने रखते हैं.
कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की जीत भाजपा के लिए एक बड़ा झटका है, और यह इस बात का संकेत है कि पार्टी की लोकप्रियता कम हो रही है. कांग्रेस पार्टी की जीत विपक्ष के लिए भी हौसला बढ़ाने वाली है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में कैसा प्रदर्शन करती है.
कर्नाटक चुनाव के नतीजों का भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व पर प्रभाव
कर्नाटक में बीजेपी की हार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व के लिए एक बड़ा झटका है. इससे नेतृत्व में बदलाव की मांग होने की संभावना है, और इसका असर आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन पर भी पड़ सकता है.
कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी का भविष्य
कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की जीत पार्टी के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है और यह राज्य में पार्टी की किस्मत को पुनर्जीवित करने में मदद कर सकती है. हालाँकि, कांग्रेस पार्टी को कर्नाटक में अपना समर्थन बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी. यदि वह लंबे समय तक सत्ता में रहना चाहती है तो उसे मतदाताओं की चिंताओं को दूर करने की आवश्यकता होगी.
जनता दल (सेक्युलर) पर कर्नाटक चुनाव के नतीजों का असर
जनता दल (सेक्युलर) कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस पार्टी का एक प्रमुख सहयोगी था, और पार्टी की जीत जद (एस) के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है. जद (एस) उम्मीद कर रही होगी कि कांग्रेस पार्टी भविष्य में पार्टी का समर्थन करना जारी रखेगी, और यह भी उम्मीद कर रही होगी कि कर्नाटक में पार्टी की जीत अन्य राज्यों में अपनी किस्मत को पुनर्जीवित करने में मदद करेगी.