Karnataka By-Elections 2019: चुनाव के बाद बीजेपी को रोकने के लिए कांग्रेस और जेडीएस फिर मिला सकते हैं हाथ
राहुल गांधी और एचडी कुमारस्वामी (Photo Credits: IANS)

Karnataka By-Elections 2019: कर्नाटक में 15 सीटों पर पांच दिसंबर को उपचुनाव होने हैं. इस उपचुनाव के परिणाम नौ दिसंबर को आएंगे. इस बीच, कांग्रेस (Congress) ने संकेत दिए हैं कि वह फिर से जनता दल सेक्युलर (JDS) के साथ हाथ मिला सकती है. दरअसल, कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि उपचुनाव के बाद अगर बीजेपी (BJP) बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंचती है तो उसे जेडीएस के साथ हाथ मिलाने की संभावना पर ऐतराज नहीं है. कांग्रेस महासचिव और पार्टी के कर्नाटक मामलों के प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने कहा कि निश्चित रूप से विकल्प खुले हैं. आप देखिए कि महाराष्ट्र में किस तरह से सरकार बनाई गई है.

उन्होंने आरोप लगाया कि देश में ‘फांसीवादी’ सरकार है और लोकतंत्र को बचाना एक बड़ा पहलू है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इसी को देख रही है. इसलिए अब सब कुछ खुला हुआ है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के लिए बीजेपी ‘साझा दुश्मन’ है. इसलिए दोनों पार्टियों का साथ आना अपरिहार्य है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि हमारे निशाने पर बीजेपी है और दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है. इसलिए गठबंधन अपरिहार्य है. यह भी पढ़ें- Karnataka By-Elections 2019: कर्नाटक उपचुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की पहली लिस्ट, 13 अयोग्य ठहराए गए विधायकों को मिला टिकट.

बता दें कि कांग्रेस और जेडीएस ने कर्नाटक में 14 महीने तक मिलकर सरकार चलाई थी और गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ा था. मगर इस साल 17 विधायकों की बगावत की वजह से एचडी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली सरकार के गिरने के बाद, दोनों पार्टियों ने अपने रास्ते अलग अलग कर लिए थे और पांच दिसंबर को होने वाला उपचुनाव भी दोनों पार्टियां अलग अलग लड़ रही हैं.

बहरहाल, कांग्रेस के साथ गठबंधन पर जेडीएस ने मिले-जुले संकेत दिए हैं. जेडीएस के संरक्षक और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने सोमवार को कहा कि वह बीजेपी और कांग्रेस, दोनों से समान दूरी रखकर अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. इससे कुछ दिन पहले उन्होंने संकेत दिया था कि कर्नाटक में सोनिया गांधी नीत पार्टी से गठबंधन किया जा सकता है.

इस बीच, कुमारस्वामी ने हुबली में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार से कथित रूप से मुलाकात की, जिससे गठबंधन होने का संकेत गया. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ बीजेपी को कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत में बने रहने के लिए 15 विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव में कम से कम छह सीटें जीतना जरूरी है.