नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2019) में प्रचंड बहुमत लेने वाली बीजेपी जल्द ही केंद्र में नई सरकार बनाने जा रही है. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद गुरुवार (30 मई) को शाम सात बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री और कैबिनेट के अन्य सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. इससे पहले शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कई हस्तियों को न्योता भेजा जा रहा है. इसी कड़ी में दक्षिण के मशहूर अभिनेता और मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) के प्रमुख कमल हासन (Kamal Haasan) को भी न्योता भेजा गया है.
गौरतलब हो कि कमल हासन लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान बीजेपी और मोदी सरकार के प्रमुख आलोचकों में शामिल थे. कमल ने सबसे ज्यादा पीएम मोदी पर वार किया था. ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी द्वारा कमल हासन को प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में बुलाना शायद दक्षिण भारत में अपनी पकड़ को मजबूत करने की रणनीति हो.
अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन को हिंदू चरमपंथी पर टिप्पणी करने को लेकर खूब आलोचना झेलनी पड़ी थी. मद्रास उच्च न्यायालय ने हासन को इसके लिए फटकार भी लगाई थी. और कहा था कि एक अपराधी की पहचान उसके धर्म, जाति या नस्ल से करना निश्चित तौर पर लोगों के बीच घृणा के बीज बोना है.
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एमएनएम के संस्थापक हासन को अरावाकुरीचि में की गई उनकी टिप्पणी को लेकर दर्ज मामले में गिरफ्तार किए जाने की आशंका थी. उन्होंने कहा था कि स्वतंत्र भारत का पहला चरमपंथी एक हिंदू था. उन्होंने महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे के संदर्भ में यह बात कही थी.
हासन की टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया था और बीजेपी, राज्य में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक तथा हिंदू संगठनों ने उनकी आलोचना की थी. उनके खिलाफ तमिलनाडु और नई दिल्ली में मामले दर्ज किये गये.