श्रीनगर, 9 सितंबर : पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (J&K National Conference) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने बुधवार को कहा कि उन्होंने श्रीनगर शहर की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाले गुप्कर रोड इलाके में अपने आधिकारिक निवास को खाली करने का फैसला किया है. उमर ने बुधवार को प्रशासनिक सचिव को लिखे अपने पत्र को सार्वजनिक किया. पत्र में 31 जुलाई 2020 की तारीख है. अपने पत्र में उमर ने कहा कि उन्हें श्रीनगर लोकसभा सीट से संसद सदस्य के रूप में जी -1 आवास आवंटित किया गया था.
उन्होंने पत्र में लिखा, "2008 में मुख्यमंत्री के रूप में मेरे चुनाव के परिणामस्वरूप निकटवर्ती घर का जीर्णोद्धार किया गया और अक्टूबर 2010 से जी -1 और जी -5 के परिसर को आधिकारिक मुख्मंत्री निवास के रूप में इस्तेमाल किया गया." आगे लिखा था, "मैं जनवरी 2015 में मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के बाद भी आवास में रह रहा हूं, हालांकि नियमों के अनुसार मुझे श्रीनगर या जम्मू में आवास लेने की अनुमति दी गई है, ऐसे में मैंने श्रीनगर में आवास बनाने का विकल्प चुना है."
उन्होंने आगे लिखा, "कुछ महीने पहले जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री की पात्रता को लेकर हुए परिवर्तन के परिणामस्वरूप, अब मुझे लग रहा है कि मैं इस आवास में अनधिकृत रूप में रह रहा हूं, क्योंकि सुरक्षा या अन्य आधारों पर मुझे इस आवास में रहने का हक नहीं है. इस पर अनधिकृत कब्जा मेरे लिए अस्वीकार्य है."
ओमर ने बुधवार को अपने ट्वीट में कहा, "मैंने जम्मू एवं कश्मरी के प्रशासन को पत्र लिखा है. अक्टूबर के खत्म होने से पहले मैं श्रीनगर में सरकारी बंगले को खाली कर रहा हूं. यह जानकारी इसलिए दी जा रही है क्योंकि पिछले साल मीडिया में सामने आई घर खाली करने की नोटिस वाली खबर के विपरीत मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है. यह मैं अपनी मर्जी से कर रहा हूं." यह उल्लेख किया जाना चाहिए कि पूर्व में जम्मू एवं कश्मीर सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल के दौरान आधिकारिक आवास को अपने पास रख सकते थे.