झारखंड हाईकोर्ट में शुक्रवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की जमानत याचिका पर सुनवाई हो होगी. लालू प्रसाद ने चाईबासा कोषागार धोखाधड़ी मामले में जमानत के लिए अर्जी लगाई है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जस्टिस अपरेस सिंह की अदालत में कॉज़ लिस्ट के नंबर 7 पर मामला सूचीबद्ध है. जमानत पर सुनवाई से पहले लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा- उच्च न्यायलय पर हम लोगों को पूरा भरोसा है कि लालू जी को न्याय जरूर मिलेगा. आधा सज़ा पूरा हो जाने के बाद जमानत में कोई रुकावट नहीं होता. लालू यादव ने जमानत के लिए याचिका उस वक्त दायर किया है कि जब बिहार में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में लालू यादव अगर बाहर आ जाते हैं तो उनकी पार्टी के फायदेमंद होगा.
बता दें कि चारा घोटाले से जुड़े तीन अलग-अलग मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद लालू 23 दिसंबर, 2017 से हिरासत में हैं. उन्हें मई 2018 में इलाज के लिए अंतरिम जमानत दी गई थी, जिसे बाद में झारखंड हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था. अगस्त 2018 से उनका रिम्स में इलाज चल रहा है. आरजेडी के अस्तित्व के लिए बिहार विधानसभा चुनाव महत्वपूर्ण है. चुनाव के लिए लालू अपने दोनों बेटों तेजप्रताप और तेजस्वी यादव पर भरोसा नहीं कर सकते.
ANI का ट्वीट:-
उच्च न्यायलय पर हम लोगों को पूरा भरोसा है कि लालू जी को न्याय जरूर मिलेगा। आधा सज़ा पूरा हो जाने के बाद जमानत में कोई रुकावट नहीं होता: आज लालू यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई पर RJD नेता तेजस्वी यादव pic.twitter.com/utTxioiMMZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 11, 2020
बता दें कि आरजेडी लोकसभा चुनाव में बिहार में एक भी सीट नहीं जीत सकी थी, जो पार्टी के लिए अपमानजनक था. 2015 में बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव ने विधानसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाया था और 240 में से 150 से अधिक सीटें जीती थीं. हालांकि, नीतीश कुमार ने डेढ़ साल के बाद 2017 में आरजेडी से किनारा कर लिया. ( IANS इनपुट)