नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) को लगभग आठ महीने बाद मंगलवार को हिरासत से रिहा कर दिया गया. जन सुरक्षा कानून (PSA) के तहत लगाए गए आरोप हटाए जाने के बाद उनकी रिहाई का आदेश जारी किया गया. गत 10 मार्च को 50 साल के हुए अब्दुल्ला ने पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद, 232 दिन हिरासत में गुजारे.
बता दें कि इससे पहले हाल में उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) को रिहा किया गया था. उमर अब्दुल्ला पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट भी लगा था. उमर पर आरोप था कि उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए लोगों को भड़काने का काम किया था. इस मामले में उमर की बहन सारा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी.
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इस दौरान उनकी बहन सारा अब्दुल्ला (Sara Abdullah) ने अपनी याचिका में दावा किया था कि अब्दुल्ला के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से कोई पोस्ट नहीं किया गया है. सारा अब्दुल्ला ने कहा कि उमर अब्दुल्ला के खिलाफ इस्तेमाल की गई एकमात्र सामग्री उनके सोशल मीडिया पोस्ट हैं. जिन पोस्ट पर भरोसा किया गया है उनका अस्तित्व ही नहीं है और गलत और दुर्भावनापूर्ण तरीके से इसे उनका बताया गया है.
गौरतलब हो कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जानें के बाद फारुक अब्दुल्ला के साथ सैंकड़ों नेताओं को हिरासत में लिया गया था. उमर अब्दुल्ला के पिता फारुक अब्दुल्ला को 13 मार्च को रिहा किया गया था.