Jammu and Kashmir Election Results 2024 Live Updates: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों में हार के बाद, बीजेपी के राज्य अध्यक्ष रविंद्र रैना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. रैना 2018 से बीजेपी के जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष थे. उनके इस्तीफे का निर्णय चुनावी नतीजों के बाद लिया गया, जहां कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) का गठबंधन स्पष्ट बहुमत के साथ उभरा है.
Jammu and Kashmir Election Results 2024 Live Updates: जम्मू कश्मीर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने दिया इस्तीफा, विधानसभा चुनाव में हार के कारण लिया फैसला
जम्मू और कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों के लिए वोटों की गिनती आज सुबह 8 बजे से शुरू हो गई. चुनाव आयोग ने वोटों की गिनती के लिए तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है.
Jammu and Kashmir Election Results 2024 Live Updates: जम्मू और कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों के लिए वोटों की गिनती आज सुबह 8 बजे से शुरू हो गई. चुनाव आयोग ने वोटों की गिनती के लिए तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है. पूरे जम्मू और कश्मीर में 20 गिनती केंद्रों और जिला मुख्यालयों पर कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. यह चुनाव प्रक्रिया पिछले छह सालों के बाद पहली बार एक चुनी हुई सरकार देगा, जब 20 जून 2018 को पीडीपी-बीजेपी गठबंधन टूटने के बाद क्षेत्र में कोई निर्वाचित सरकार नहीं थी और इसके बाद धारा 370 को भी निरस्त कर दिया गया था. ये चुनाव तीन चरणों में संपन्न हुए, पहला चरण 18 सितंबर को, दूसरा 25 सितंबर को और अंतिम चरण 1 अक्टूबर को हुआ था.
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) गठबंधन, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP), और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच है. चुनावी माहौल इसलिए भी अहम है क्योंकि यह पहला चुनाव है जब जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने चुनाव के बाद पीडीपी के साथ गठबंधन के संकेत दिए हैं. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो उनकी पार्टी पीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने को तैयार है. हालांकि, उन्होंने बीजेपी के उस कदम की आलोचना की है, जिसमें उपराज्यपाल को विधानसभा की 5 आरक्षित सीटों के लिए नामांकन का अधिकार दिया गया है.
महत्वपूर्ण जानकारी:
- एग्जिट पोल्स के मुताबिक, कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है.
- बीजेपी अपनी 2014 की 25 सीटों वाली स्थिति से थोड़ा बेहतर प्रदर्शन कर सकती है, जबकि पीडीपी की सीटें घटकर 10 से कम हो सकती हैं.
- नई पार्टियों, जैसे पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अपनी पार्टी और डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी को ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद नहीं है.
इस चुनाव में कई बड़े नेता मैदान में हैं, जैसे गंदेरबल से नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, बीजबेहरा से पीडीपी की इल्तिजा मुफ्ती और सोपोर से अफजल गुरु के भाई अयाज अहमद गुरु. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इन दिग्गजों का चुनावी प्रदर्शन कैसा रहता है. तो बने रहिए हमारे साथ, हम आपको हर पल की ताजा जानकारी देते रहेंगे!