India-China Border Tension: LAC मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी फिर लिया आड़े हाथ, पूछा-पीएम मोदी क्यों झूठ बोल रहे हैं?
भारत-चीन के बीच बॉर्डर पर जारी तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से ही हालात और भी तनावपूर्ण बने हुए हैं. बॉर्डर पर जारी तनाव को कम करने के लिए भारत-चीनी सैनिकों के बीच कई स्तर की बातचीत हुई है. लेकिन अब तक कोई अच्छी खबर सामने नहीं आई है.
नई दिल्ली. भारत-चीन के बीच बॉर्डर (India-China Border Tension) पर जारी तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. लद्दाख (Ladakh) के गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत-चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से ही हालात और भी तनावपूर्ण बने हुए हैं. बॉर्डर पर जारी तनाव को कम करने के लिए भारत-चीनी सैनिकों के बीच कई स्तर की बातचीत हुई है. लेकिन अब तक कोई अच्छी खबर सामने नहीं आई है. दूसरी तरफ बॉर्डर पर जारी तनाव को लेकर विपक्ष में काबिज कांग्रेस (Congress) लगातार इस मसले पर केंद्र की मोदी सरकार (Modi Govt) पर हमलावर है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पी. चिदंबरम सहित कई नेता समय-समय पर केंद्र से बॉर्डर के मौजूदा हालात को लेकर सवाल पूछते रहे हैं. इसी बीच एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को आड़े हाथ लिया है. राहुल ने कहा कि पीएम झूठ क्यों बोल रहे हैं.
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए एलएसी मुद्दे पर पीएम को फिर घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर पूछा कि आखिर प्रधानमंत्री मोदी इस मसले पर क्यों झूठ बोल रहे हैं? उन्होंने ट्वीट में एक मीडिया रिपोर्ट को शेयर किया है जिसमें रक्षा प्रतिष्ठान ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है कि चीनी सैनिकों ने भारत की सीमा में घुसपैठ किया था. इसी रिपोर्ट को लेकर उन्होंने सवाल पूछा है. यह भी पढ़ें-India-China Border Tension: राहुल गांधी का चीन विवाद को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर बड़ा हमला, वीडियो जारी कर कही ये बड़ी बात
राहुल गांधी का ट्वीट-
गौरतलब है कि लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में इंडियन आर्मी के 20 जवान शहीद हुए थे. इसके साथ ही चीन को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा था. हालांकि चीन इसे अब तक छुपाता रहा है. इस घटना के बाद से ही भारत में चीन का तगड़ा विरोध हो रहा है.