भोपाल: देशभर में CAA को लेकर जारी विभिन्न चर्चाओं के बीच गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि इस कानून का मकसद नागरिकता छीनना नहीं बल्कि नागरिकता देना है. मध्य प्रदेश के जबलपुर में गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गहांधी को चैलेंज नागरिकता कानून पर चैलेंज दिया. गृहमंत्री ने कहा, “मैं यहां से चैलेंज देता हूं ममता दीदी और राहुल बाबा को कि CAA में कहीं पर भी किसी की भी नागरिकता छीनने का प्रावधान है तो हमें बता दीजिए. इसमें कहीं पर भी नागरिकता छीनने का प्रावधान नहीं है. यह कानून नागरिकता देने के लिए है.
गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, "भारत पर जितना अधिकार मेरा और आपका है, उतना ही अधिकार पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, ईसाई शरणार्थियों का है." अमित शाह ने कहा, देश के अल्पसंख्यकों को उकसाया जा रहा है कि आपकी नागरिकता चली जाएगी. मैं देश के अल्पसंख्यक भाइयों-बहनों से कहने आया हूं कि CAA को पढ़ लें इसमें कहीं पर भी किसी की भी नागरिकता जाने का कोई प्रावधान नहीं है.
CAA पर विपक्ष को चैलेंज-
#WATCH Union Home Minister & BJP National President Amit Shah at a public meeting in Jabalpur: I challenge Mamata Banerjee and Rahul baba, to find out a provision from #CitizenshipAmendmentAct that can take citizenship away from anyone in this country. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/vaxLPJqS0m
— ANI (@ANI) January 12, 2020
गृहमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, कांग्रेस कान खोल कर सुन ले, जितना विरोध करना है करो, ये सारे लोगों को नागरिकता देकर ही हम दम लेंगे. भारत पर जितना अधिकार मेरा और आपका है, उतना ही अधिकार पाकिस्तान से आए हुए शारणार्थियों का है. वो भारत के बेटा-बेटी हैं, वो हमारा भाई हैं. आज सारे कांग्रेसी पूरे देश में CAA का विरोध कर रहे हैं. जो गांधी जी ने कहा था, राहुल बाबा आप गांधी जी की भी नहीं सुनोगे. महात्मा गांधी जी को तो कब का आपने छोड़ दिया है.
महात्मा गांधी शारणार्थियों को अपनाना चाहते थे
अमित शाह ने कहा, 2 जुलाई 1947 को महात्मा गांधी जी ने कहा था जिन लोगों को पाकिस्तान से भगाया गया, जो पाकिस्तान में रह गए हैं उनको पता होना चाहिए कि वो भारत के नागरिक थें, जब भी भारत में आना चाहते हैं भारत उनको नागरिकता देगा. शाह ने आगे कहा, जब देश का बंटवारा हुआ और कांग्रेस पार्टी ने देश का बंटवारा धर्म के आधार पर किया.
शाह ने कहा, बंटवारे के समय पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान से हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइ को भारत आना था, मगर उस समय स्थिति सही नहीं होने के कारण वहां वो रह गए. हमारे देश के सभी नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया कि आप अभी वहां रह जाइए और आप जब भी कभी भारत आएंगे तो आपका स्वागत किया जाएगा, भारत आपको नागरिकता देगा.