मनोहर लाल खट्टर (Photo Credits: Facebook)
चंडीगढ़: हरियाणा (Haryana) की मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) सरकार को गुरुवार को बड़ा झटका लगा है. दरअसल सूबे की बीजेपी (बीजेपी) की अगुवाई वाली सरकार से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू (Balraj Kundu) ने समर्थन वापस लेने का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार जीते हुए निर्दलीय विधायकों के समर्थन पर टिकी हुई है. ऐसे में राज्य सरकार की स्थिरता डगमगा सकती है. जिस वजह से बीजेपी बलराज कुंडू को मनाने के काम में जुट गई है.
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने विधायक बलराज कुंडू द्वारा समर्थन वापस लेने की घोषणा के बाद कहा “हम उनसे बात करेंगे. हम जांच का आदेश देने के लिए तैयार है, यदि उनके आरोपों पर विश्वास करने लायक कोई विश्वसनीय सबूत होगा तो. लेकिन अगर कोई सबूत नहीं है, तो किसी भी जांच का आदेश देने का कोई मतलब नहीं है. जस्टिस मुरलीधर का पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में हुआ तबादला, राहुल-प्रियंका ने मोदी सरकार को घेरा
इससे पहले चंडीगढ़ में निर्दलीय विधायक कुंडू ने समर्थन वापसी की घोषणा करते हुए कहा “मैंने ईमानदार सरकार और सीएम खट्टर को अपना समर्थन दिया था. लेकिन आज मुझे इस बात का पता चला कि ये सिर्फ एक ढकोसला है इसलिए मैं कल अपना समर्थन सरकार से वापस लेने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र सौंप दूंगा.”
ज्ञात हो कि पिछले महीने हरियाणा पुलिस ने निर्दलीय विधायक और उनके भाई के खिलाफ रोहतक निवासी की शिकायत पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया. जिस वहज से बलराज कुंडू ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. बीजेपी के पूर्व नेता बलराज ने अक्टूबर 2019 में पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर रोहतक की महम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
हरियाणा विधानसभा में महम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले बलराज ने कहा कि राज्य के एक बीजेपी नेता (पूर्वमंत्री) के इशारे पर राजनीतिक प्रतिशोध के कारण उन्हें फंसाया जा रहा है. तब बलराज ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ रोहतक में पैदल मार्च निकाला था.
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में से 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वह बहुमत के जादुई आंकड़े से छह सीट पीछे रह गई थी. जिसके बाद निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई गई. बीजेपी को निर्दलीय विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल गोयल कांडा, धर्मपाल गोंडन, नयनपाल रावत, सोमवीर सांगवान, राकेश दौलताबाद, रणधीर गौंदल, बलराज कुंडू और रंजीत चौटाला का समर्थन मिला हुआ है.