गुरुग्राम: हरियाणा (Haryana) के करनाल जिले (Karnal District) से भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janata Party) के पूर्व सांसद और वरिष्ठ पत्रकार अश्विनी कुमार चोपड़ा (Ashwini Kumar Chopra) का देहांत हो गया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, 63 वर्षीय अश्विनी कुमार लंबे समय से कैंसर (Cancer) की बीमारी से जूझ रहे थे और लंबे समय से वे कैंसर का इलाज करा रहे थे. उन्होंने गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में आखिरी सांस ली. बताया जाता है कि अपनी बीमारी के कारण ही उन्होंने साल 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. बता दें कि अश्विनी चोपड़ा साल 2014 से 2019 तक करनाल से बीजेपी के सांसद रहे थे. साल 2014 में बीजेपी ने उन्हें करनाल से टिकट दिया था और 2019 में भी पार्टी उन्हें चुनाव का टिकट देना चाहती थी, लेकिन अपनी खराब सेहत के चलते उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था.
अश्विनी कुमार चोपड़ा का निधन-
Haryana: Former BJP MP and senior journalist Ashwini Kumar Chopra passes away in Gurugram. He was suffering from cancer. pic.twitter.com/4cJMJSBMXg
— ANI (@ANI) January 18, 2020
बीजेपी के पूर्व सांसद के तौर पर जाने वाले अश्विनी कुमार चोपड़ा एक वरिष्ठ पत्रकार और दिल्ली से पंजाब केसरी के निदेशक एवं संपादक थे. 16वीं लोकसभा के लिए वे करनाल से बीजेपी के सांसद चुने गए थे. यह भी पढ़ें: मनोहर लाल खट्टर दूसरी बार बने हरियाणा के मुख्यमंत्री, दुष्यंत चौटाला ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ
गौरतलब है कि पंजाब में आतंकवाद के दिनों के दौरान उनके दादा लाला जगत नारायण और पिता रोमेश चंदर की 1981 और 1994 में हत्या कर दी गई थी. आंतकवाद को रोकने के लिए चलाए गए एक अभियान में पत्रकारों और कार्यकर्ताओं ने अपना अहम योगदान दिया था, इसलिए पंजाब केसरी को शहीद पत्रकारों के समाचार पत्र के रूप में भी जाना जाता है.