धारा 370 खत्म: गुलाम नबी ने सरकार के फैसले को बताया शर्मनाक, कहा- सत्ता के नशे में बीजेपी देश से गद्दारी कर रही
राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, शर्मनाक है कि आपने जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल बनाकर उसे एक गैर इकाई में बदल दिया गया है, ताकि आप दिल्ली में बैठकर चपरासी या क्लर्क की भी नियुक्त कर सकें.
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) पर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए मोदी सरकार ने घाटी के सभी विशेष अधिकार खत्म कर दिए हैं. कांग्रेस समेत कई दलों ने मोदी सरकार के इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं तो केजरीवाल, एसपी, बीएसपी जैसे धुर विरोधी भी मोदी सरकार के समर्थन में खड़े हैं. कांग्रेस केंद्र सरकार की कश्मीर निति को शर्मनाक और लोकतंत्र की हत्या बता रही है. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आज का दिन भारतीय इतिहास का काला दिन है. बीजेपी की सरकार ने सत्ता के नशे में और वोट हासिल करने के लिए एक झटके में अनुच्छेद 370 के साथ 35A को खत्म कर दिया. इसके साथ खिलवाड़ कर यह बहुत बड़ी गद्दारी कर रहे हैं.
राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, शर्मनाक है कि आपने जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल बनाकर उसे एक गैर इकाई में बदल दिया गया है, ताकि आप दिल्ली में बैठकर चपरासी या क्लर्क की भी नियुक्त कर सकें. गुलाम नबी आजाद ने यह भी कहा कि सरकार ने चीन और पाकिस्तान की सीमा से लगे संवेदनशील राज्य के साथ खिलवाड़ किया है, जिसका उनकी पार्टी और दूसरे विपक्षी दल पुरजोर विरोध करेंगे.
सरकार के फैसले को गुलाम नबी ने बताया शर्मनाक-
गुलाम नबी ने कहा " 370 ने जम्मू-कश्मीर को एक सूत्र में बांधकर रखा था लेकिन बीजेपी की सरकार ने सत्ता के नशे में और वोट हासिल करने के लिए राजनीति, संस्कृति और भूगोल से भिन्न तरह के राज्य जम्मू-कश्मीर में एक झटके में तीन-चार चीजों को खत्म कर दिया. यह हिंदुस्तान की तारीख में काले शब्दों में लिखा जाएगा."
BJP ने देश का सर काटा-
गुलाम नबी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर जैसे सीमावर्ती राज्य में वहां की जनता को साथ लिए बिना सिर्फ सेना की बदौलत दुश्मन से नहीं लड़ा जा सकता. 1927 के बाद ऐसी अनहोनी संसद के द्वारा की जा रही है. जम्मू-कश्मीर को भारत के साथ बनाए रखने के लिए लाखों लोगों ने कुर्बानी दी है. जब भी आतंकवाद हुआ उसका मुकाबला कश्मीर की जनता, वहां की मुख्यधारा की पार्टियां और हमारे सुरक्षाबलों ने किया.
गुलाम नबी ने कहा 370 को खत्म कर दिया और इतना ही नहीं राज्य को बांट दिया गया. जम्मू-कश्मीर में अब उप राज्यपाल होगा. यह तो कभी सपने में नहीं सोचा जा सकता था कि एनडीए सरकार यहां तक जाएगी कि जम्मू-कश्मीर राज्य का अस्तित्व खत्म कर देगी.