देश में मछली कारोबार के लिए पहली बार बनी बड़ी योजना: PM नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के हर हिस्से में, समंदर और नदी किनारे बसे क्षेत्रों में मछली के व्यापार-कारोबार को, इसे ध्यान में रखते हुए, पहली बार देश में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा जैसी बड़ी योजना बनाई गई है. आजादी के बाद इस क्षेत्र में जितना निवेश हुआ, उससे भी कई गुना ज्यादा निवेश प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना पर किया जा रहा है.
नई दिल्ली, 10 सितम्बर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि देश के हर हिस्से में, समंदर और नदी किनारे बसे क्षेत्रों में मछली के व्यापार-कारोबार को, इसे ध्यान में रखते हुए, पहली बार देश में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा जैसी बड़ी योजना बनाई गई है. आजादी के बाद इस क्षेत्र में जितना निवेश हुआ, उससे भी कई गुना ज्यादा निवेश प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना पर किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोशिश ये है कि अब इस सदी में ब्लू रिवॉल्यूशन (नीली क्रांति) यानि मछली पालन से जुड़े काम, व्हाइट रिवॉल्यूशन (श्वेत क्रांति) यानि डेयरी से जुड़े काम, स्वीट रिवॉल्यूशन यानि शहद उत्पादन से हमारे गांवों और समृद्ध तथा सशक्त हों. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर बनाई गई है. गुरुवार को देश के 21 राज्यों में इस योजना का शुभारंभ हो रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगले 4-5 वर्षों में इस पर 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जाएंगे. इसमें से गुरुवार को 1700 करोड़ रुपए का काम शुरू हो रहा है. जितनी भी ये योजनाएं शुरू हुई हैं उनके पीछे की सोच ही यही है कि हमारे गांव 21वीं सदी के भारत, आत्मनिर्भर भारत की ताकत बनें, ऊर्जा बनें. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार के पटना, पूर्णियां, सीतामढ़ी, मधेपुरा, किशनगंज और समस्तीपुर में अनेक सुविधाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है. इससे मछली उत्पादकों को नया इंफ्रास्ट्रक्च र मिलेगा, आधुनिक उपकरण मिलेंगे, नया मार्केट भी मिलेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि से भी देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसानों के बैंक खातों में सीधा पैसा पहुंचाया गया है. इसमें करीब 75 लाख किसान बिहार के भी हैं. अब तक करीब 6 हजार करोड़ रुपए बिहार के किसानों के बैंक खाते में जमा हो चुके हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बात पर बहुत जोर दिया जा रहा है कि मुफ्त राशन की योजना और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान का लाभ बिहार के हर जरूरतमंद साथी तक पहुंचे, बाहर से गांव लौटे हर श्रमिक परिवार तक पहुंचे.