वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20,97,053 करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का अलग-अलग दिया विवरण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 'आत्मनिर्भर भारत' कार्यक्रम के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के तहत किए गए सभी उपायों और आवंटन को सूचीबद्ध किया. इसके अलावा पैकेज में पीएमजीकेपी के तहत 1,92,800 करोड़ रुपये और आरबीआई के उपायों के तहत 8,01,603 करोड़ रुपये की घोषणाएं भी शामिल हैं.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Photo Credits: ANI/Twitter)

नई दिल्ली, 17 मई: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 'आत्मनिर्भर भारत' कार्यक्रम के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के तहत किए गए सभी उपायों और आवंटन को सूचीबद्ध किया. वित्त मंत्री ने रविवार को 20,97,053 करोड़ रुपये के उपायों को सूचीबद्ध किया, जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के उपायों और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (पीएमजीकेपी) के तहत घोषित कदम शामिल हैं.

सीतारमण ने आत्मनिर्भर बनने के लिए केंद्र के इस कार्यक्रम के तहत रविवार को पांचवें व आखिरी दिन 20 लाख करोड़ रुपये के बड़े आर्थिक पैकेज का अलग-अलग विवरण (ब्रेक अप) देते हुए इसकी पूरी जानकारी दी. उन्होंने पूरा विवरण बताया जिसमें पहले दिन 5,94,550 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणाएं की गईं, जबकि दूसरे दिन कृषि, आवास, ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 3,10,000 करोड़ रुपये के आवंटन की जानकारी दी.

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तीसरे दिन कृषि और इससे संबंधित क्षेत्रों को पुनर्जीवित करने वाली कई योजनाओं के लिए 1,50,000 करोड़ रुपये आवंटित किए जाने की जानकारी दी गई. वहीं चौथे और पांचवें दिन वित्त मंत्री ने 48,100 करोड़ रुपये के संरचनात्मक सुधारों और प्रोत्साहन के माध्यम से खनन, रक्षा, नागरिक उड्डयन और बिजली वितरण क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए बड़ी योजनाएं घोषित की.

इसके अलावा पैकेज में पीएमजीकेपी के तहत 1,92,800 करोड़ रुपये और आरबीआई के उपायों के तहत 8,01,603 करोड़ रुपये की घोषणाएं भी शामिल हैं, जो 9,94,403 करोड़ रुपये की हैं. वित्त मंत्री ने 13 मई को शुरू हुई घोषणाओं के पहले दिन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई), रियल एस्टेट, एनबीएफसी, बिजली वितरण और सामान्य व्यवसायों के लिए राजकोषीय और विनियामक उपायों की घोषणा की. वहीं दूसरे दिन कृषि, आवास, ग्रामीण क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के उपाय बताए गए.

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