नई दिल्ली, 28 जनवरी 2021. कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर घमासान जारी है. किसान आंदोलन खत्म करने के लिए तैयार नहीं है. वे अपनी मांगो पर अड़े हुए हैं. गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद से ही हालात बदल गए हैं. हिंसा को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है. हिंसा के बाद किसान संगठनों में फुट पड़ गई है. कुछ लोग आंदोलन से बाहर निकल गए हैं. इसी बीच गाजीपुर बॉर्डर से किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि जब तक सरकार से बात नहीं होगी आंदोलन नहीं खत्म होगा.
राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार से बात नहीं होगी धरणा प्रदर्शन समाप्त नहीं होगा. जब तक गांव के लोग ट्रैक्टरों से पानी नहीं लाएंगे, पानी नहीं पीऊंगा. प्रशासन ने पानी हटा दिया, बिजली काट दी, सारी सुविधा हटा दी. गाजियाबाद के डीएम ने यहां धरने पर बैठे किसानों को आज रात तक यूपी गेट खाली करने का अल्टीमेटम दिया है. अगर वहां से नहीं हटते हैं तो उन्हें हटा दिया जाएगा. यह भी पढ़ें-Anna Hazare Support Farmers: किसानों के समर्थन में उतरे अन्ना हजारे, 30 जनवरी से अनशन का किया ऐलान
ANI का ट्वीट-
जब तक सरकार से बात नहीं होगी धरणा प्रदर्शन समाप्त नहीं होगा। जब तक गांव के लोग ट्रैक्टरों से पानी नहीं लाएंगे, पानी नहीं पीऊंगा। प्रशासन ने पानी हटा दिया, बिजली काट दी, सारी सुविधा हटा दी: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, गाज़ीपुर बॉर्डर से pic.twitter.com/Hpzqj453fQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 28, 2021
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत और प्रशासन के बीच हुई बातचीत फेल हो गई है. टिकैत ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी गुंडागर्दी नहीं चलने वाली है. गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन ने सभी सुविधा हटा दी है. जिस पर किसान नेता ने कहा कि मैं गाजियाबाद का पानी नहीं पीनेवाला हूं.