नई दिल्ली, 23 दिसंबर. केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर किसान समझने को तैयार नहीं है. राजधानी दिल्ली (Delhi) में किसानों का विरोध (Farmers Protest) प्रदर्शन लगातार जारी है. केंद्र और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई है लेकिन मामले का कोई हल नहीं निकल सका है. हालांकि आज किसान दिवस (Kisan Diwas 2020) के मौके पर सरकार ने मामले का हल निकालने की कवायद जरूर शुरू की है. इसी बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Congres Leader Sachin Pilot) ने एक बार फिर केंद्र (Modi Government) पर निशाना साधा है. पायलट ने कहा कि केंद्र किसान विरोधी रवैया त्यागकर कानून वापस ले और अन्नदाता को उनके अधिकार पुनः दें.
सचिन पायलट ने ट्वीट करते हुए लिखा कि देश के विकास एवं समृद्धि का आधार हमारे किसान आज इस कोरोना संकट एवं ठंड में अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर संघर्षरत हैं. इस किसान दिवस पर केंद्र सरकार अपनी हठधर्मिता व किसान विरोधी रवैया त्यागकर ये काले कृषि कानून वापिस लें व अन्नदाता को उनके अधिकार पुनः दें. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: नए कृषि बिल को लेकर जारी घमासान के बीच नरेंद्र सिंह तोमर बोले-मुझे आशा है कि जल्दी किसान चर्चा करेंगे और हम समाधान निकालने में सफल होंगे
सचिन पायलट का ट्वीट-
देश के विकास एवं समृद्धि का आधार हमारे किसान आज इस कोरोना संकट एवं ठंड में अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर संघर्षरत हैं। इस किसान दिवस पर केंद्र सरकार अपनी हठधर्मिता व किसान विरोधी रवैया त्यागकर ये काले कृषि कानून वापिस लें व अन्नदाता को उनके अधिकार पुनः दें।#किसान_हमारा_अभिमान
— Sachin Pilot (@SachinPilot) December 23, 2020
वहीं दूसरी तरफ किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है हम बातचीत के लिए तैयार हैं. इसके साथ संयुक्त किसान मोर्चा ने पांच सदस्यों की एक कमेटी बनाई हुई है. इस कमेटी में प्रेम सिंह भंगू, हरेंद्र सिंह लक्खोवाल और कुलदीप सिंह का समवेश है. यह कमेटी तय करेगी की मोदी सरकार की तरफ से जो प्रस्ताव मिला है उस पर चर्चा करनी है या नहीं.