नई दिल्ली, 5 दिसंबर. कृषि कानून के खिलाफ किसानों (Farmers Protest) का हल्ला बोल अभी खत्म नहीं हुआ है. इसके साथ ही केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच पांचवें दौर की बातचीत दिल्ली के विज्ञान भवन में जारी है. मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि केंद्र सरकार (Modi Govt) ने फैसला किया है कि वह न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लिखित आश्वासन देने के लिए तैयार है. हालांकि इसे लेकर कोई औपचारिक बयान अभी सामने नहीं आया है. इस बैठक को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है. कांग्रेस (Congress) के बाद अब आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इतनी सरल मांगों के बावजूद रोज बैठक करने का क्या मतलब, सरकार नियत साफ रखे और किसानों की बात मानें.
आप नेता राघव चड्ढा ने कहा कि रोजाना हम देख रहे हैं कि ये बैठक कर रहे हैं, इतनी सरल मांगे हैं तो रोज़ बैठक करने का क्या मतलब है. जिस प्रकार से आप रोज़ बैठक किए जा रहे हैं उससे आपके नियत पर सवाल खड़ा होता है. अपनी नियत को साफ रखे और देश के किसानों की बात मानें. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: बैठक के बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा-किसानों का गलतफहमी में आंदोलन करना सही नहीं है, ये कानून उनके हित में है
ANI का ट्वीट-
रोज़ाना हम देख रहे हैं कि ये बैठक कर रहे हैं, इतनी सरल मांगे हैं तो रोज़ बैठक करने का क्या मतलब है। जिस प्रकार से आप रोज़ बैठक किए जा रहे हैं उससे आपके नियत पर सवाल खड़ा होता है। अपनी नियत को साफ रखें और देश के किसानों की बात मानें: राघव चड्डा, AAP pic.twitter.com/XWx24dofPJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 5, 2020
ज्ञात हो कि कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली में केंद्र और किसान प्रतिनिधियों के बीच पहले हुईं 4 वार्ताओं के बाद भी कोई अच्छी खबर सामने नहीं आयी है. ऐसे में आज पांचवे दौर की बातचीत जारी है. इस बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, पीयूष गोयल और कृषि सचिव संजय अग्रवालके साथ तीन दर्जन किसान नेताओं का ग्रुप शामिल है.