नई दिल्ली: कृषि बिल (Agricultural Bills) को लेकर किसान सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बिल को पास होने से पहले से ही कांग्रेस (Congress) भी इसका विरोध कर रही हैं. किसानों की तरह कांग्रेस की भी मांग है कि सरकार इसे वापस ले. इस बिल से किसानों का फायदा होने की बजाय उनका नुकसाना होगा. कृषि बिल के विरोध में ही कांग्रेस पार्टी देश भर में 2 अक्टूबर गांधी जयंती के मौके पर 'किसान-मजदूर बचाओ दिवस' (Kissan-Mazdoor Bachao Diwas) का आयोजन करने जा रही हैं. इस आयोजन के मौके पर कांग्रेस कृषि बिल को लेकर देशभर में सरकार के विरोध प्रदर्शन करेगी.
कांग्रेस के नेताओं के अनुसार इस विरोध प्रदर्शन के दौरान देश भर के हर विधानसभा और जिला मुख्यालयों पर धरने और मार्च होंगे. कांग्रेस के नेता के साथ ही पदाधिकारी विरोध प्रदर्शना में शामिल होंगे. इस बिल के विरोध में ही कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने सभी कांग्रेस शासित राज्यों से अपील की है कि वे कानून पारित करके इन अत्याचारी विधानों को दरकिनार करने की संभावनाएं तलाशें ताकि केंद्र की तरफ से किसानों पर हो रहे घोर अन्याय को रोका जा सके. यह भी पढ़े: Farmers Bill 2020: कृषि बिल के खिलाफ यूपी में किसानों का प्रदर्शन, राजनीतिक दलों का समर्थन
Congress will observe 'Kisan-Mazdoor Bachao Divas' on October 2 by holding dharnas and marches at every assembly and district headquarters across the country, the party says
— ANI (@ANI) September 28, 2020
बता दें कि किसान बिल को लेकर ही सोमवार को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुआ. पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में जहां किसान सड़कों पर उत्तर कर रास्ता रोको आन्दोलन किया. वहीं इस इस बिल के विरोध में कांग्रेस के पार्टी के नेता भी सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करते हुए नजर आए. इस बिल का विरोध करने को लेकर कुछ राज्यों में किसानों के साथ ही कांग्रेस के नेताओं को गिरफ्तार भी होना पड़ा.