Gujarat Exit Polls: गुजरात में BJP को लगातार 7वीं बार मिल रही ऐतिहासिक जीत, मोदी लहर बरकरार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में पार्टी के लगातार सातवीं बार सत्ता में आने का अनुमान है. गुजरात में 182 विधानसभा सीटों पर 30,000 के सैंपल साइज वाले एबीपी-सीवोटर एग्जिट पोल के आईएएनएस के विश्लेषण से यह बात सामने आई.
Gujarat Exit Polls 2022, नई दिल्ली, 5 दिसंबर: गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) के नतीजे 8 दिसंबर को घोषित होने के साथ ही भाजपा इतिहास रचने के लिए पूरी तरह से तैयार दिख रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में पार्टी के लगातार सातवीं बार सत्ता में आने का अनुमान है. गुजरात में 182 विधानसभा सीटों पर 30,000 के सैंपल साइज वाले एबीपी-सीवोटर एग्जिट पोल के आईएएनएस के विश्लेषण से यह बात सामने आई. Gujarat Poll of Exit Polls: गुजरात में बीजेपी की आंधी, कायम है मोदी मैजिक, एग्जिट पोल्स में BJP को बहुमत का अनुमान
निष्कर्षो के अनुसार, शंकर सिंह वाघेला की बगावत को छोड़कर 27 वर्षो तक गुजरात पर लगातार शासन करने वाली भाजपा को 182 सदस्यीय विधानसभा में 128 और 140 सीटों के बीच जीत का अनुमान है. 27 साल की सत्ता-विरोधी लहर के बावजूद इन चुनावों में भाजपा का वोट शेयर 2017 के 49.1 प्रतिशत से थोड़ा सुधर कर 49.4 प्रतिशत होने की उम्मीद है.
2017 में भाजपा ने 99 सीटों पर जीत हासिल की थी, जो 1995 में गुजरात में पहली बार सत्ता में आने के बाद से पार्टी के लिए सबसे कम सीटें थीं. बढ़ा हुआ वोट शेयर पार्टी के मतदाता समर्थन के स्पष्ट संकेतक की तरह दिखता है, जबकि राज्य बेरोजगारी, परीक्षा पेपर लीक से लेकर कृषि क्षेत्र की प्रगति में अचानक ठहराव जैसी कई तरह की समस्याओं का सामना कर रहा है.
साल 2017 में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा को डराते हुए एक उत्साही लड़ाई लड़ी थी. इन चुनावों में एग्जिट पोल के निष्कर्षो से पता चला है कि आम आदमी पार्टी (आप) 15.4 प्रतिशत वोट शेयर के साथ राज्य में एक मजबूत तीसरी ताकत बनकर उभर रही है. इसका अधिकांश हिस्सा कांग्रेस की कीमत पर होगा, क्योंकि उसका वोट शेयर 2017 में 41.4 प्रतिशत से घटकर इस बार 32.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
आप को 3 से 11 सीटें जीतने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस को 31 से 43 सीटें मिलने की संभावना है, जो 2017 में जीती गई 77 सीटों से काफी कम है.
अगर एग्जिट पोल के आंकड़े सही हैं, तो पंजाब में हालिया चुनावी सफलता के बाद आप एक राष्ट्रीय राजनीतिक ताकत के रूप में उभरने के लिए पूरी तरह तैयार है.