चुनाव आयोग (Election Commission 2019) रविवार शाम 5 बजे लोकसभा और विधानसभा चुनावों का ऐलान कर सकता है. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 7-8 चरणों में हो सकते हैं. इसके साथ ही आंध्र प्रदेश, सिक्किम, ओडिशा और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों का भी ऐलान संभव है. हालांकि, जम्मू-कश्मीर को लेकर स्थिति साफ नहीं है. दिल्ली के विज्ञान भवन में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा (Sunil Arora) यह प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
बता दें कि मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त होना है. चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. सिक्किम विधानसभा का कार्यकाल 27 मई, आंध्र प्रदेश का कार्यकाल 18 जून, उड़ीसा का कार्यकाल 11 जून और अरूणाचल प्रदेश की विधानसभा का कार्यकाल जून के पहले हफ्ते में पूरा हो रहा है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव को लेकर स्थिति साफ नहीं है. लेकिन अंतिम चरण या फिर बाकी राज्यों के चुनाव खत्म होने के बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराए जा सकते हैं. घाटी में सुरक्षाबल चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं और स्थिति को सामान्य रखने के लिए सरकार की तरफ से भी हर संभव प्रयास किए गए हैं. संभावना है कि जम्मू क्षेत्र और कश्मीर क्षेत्र में अलग-अलग चरणों में चुनाव हो सकते हैं. पहले जम्मू में चुनाव, इसके बाद कश्मीर में चुनाव कराए जा सकते हैं. हालांकि जम्मू कश्मीर पर अंतिम फैसला चुनाव आयोग को लेना है, उसके बाद ही स्थिति साफ होंगी. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: आज हो सकता है तारीखों का ऐलान, EC ने शाम 5 बजे बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पहले चरण का चुनाव 10 अप्रैल को हो सकता है, और पिछली बार की ही तरह इस बार भी 16 मई को वोटों की गिनती की जा सकती है. सबसे अधिक 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में 7-8 चरणों, बिहार और पश्चिम बंगाल में 5-6 चरणों में चुनाव हो सकते हैं. पूर्वोत्तर के राज्यों समेत छोटे राज्यों में एक ही चरण में चुनाव हो सकते हैं. इसके अलावा नक्सल प्रभावित प्रदेशों जैसे- छत्तीसगढ़, झारखंड में 3-4 चरणों में चुनाव हो सकता है.