Election Commission PC: लोकसभा चुनाव परिणाम से एक दिन पहले EC की आज दोपहर 12:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस, वोटिंग प्रतिशत से लेकर काउंटिंग तक की दे सकता है जानकारी
लोकसभा चुनाव के सात चरणों के मतदान ख़त्म होने के बाद कल यानी चार जून वोटों की गिनती होने जा रही है. वोटों की गिनती से एक दिन पहले चुनाव आयोग सोमवार यानी आज दोपहर 12.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है.
Election Commission PC: लोकसभा चुनाव के सात चरणों के मतदान ख़त्म होने के बाद कल यानी चार जून वोटों की गिनती होने जा रही है. वोटों की गिनती से एक दिन पहले चुनाव आयोग सोमवार यानी आज दोपहर 12.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है. हालांकि प्रेस कॉन्फ्रेंस चुनाव आयोग किस मुद्दे पर करने जा रहा है. इसके बारे में अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है. लेकिन चुनाव आयोग मीडिया से बात करेगा. इसको लेकर सभी मीडिया संस्थान को एक इन्विटेशन भेज दिया गया.
हालांकि मीडिया के हवाले से खबर है कि चुनाव आयोग लोकसभा चुनावों के वोटिंग प्रतिशत से लेकर मतगणना पर जानकारी दे सकता है. इसके पहले इंडिया गठबंधन के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की है. इस दौरान दोनों ने चुनाव आयोग से अलग-अलग कई मांगें की. यह भी पढ़े: Exit Poll 2024 Live Streaming On Bharat Samachar: NDA या INDIA गठबंधन, किसे मिलेगी देश की सत्ता? लाइव देखें एग्जिट पोल के नतीजे
विपक्ष ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि वोटों के गिनती के दिन लोकसभा चुनाव में डाले गए मतों की गिनती के दौरान सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए. इसके साथ ही EVM के नतीजे घोषित होने से पहले पोस्टल बैलट के नतीजे घोषित करने का आग्रह किया. उनकी तरफ से वोटों की गिनती से जुडी कुल पांच मांगे चुनाव आयोग के सामने रखीं गई.
बीजेपी प्रतिनिधिमंडल भी EC से मिला:
विपक्ष के बाद बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने भीनिर्वाचन आयोग से मुलाकात किया. मुलाक़ात के दौरान चार मांगें चुनाव आयोग के सामने रखी हैं. जिसमें काउंटिंग प्रक्रिया में लगे अधिकारियों को प्रक्रिया की पूरी जानकारियां दी जाएं. उनकी ट्रेनिंग अच्छे तरीके से की जाए. काउंटिंग प्रक्रिया से जुड़े छोटे से छोटे जो विषय हैं, उनको बड़े गंभीरता से लिया जाए,
साथ ही काउंटिंग प्रक्रिया से जुड़े हर व्यक्ति की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाए. वोटों की गिनती सही तरीके से हो, साथ ही इसमें किसी तरह की हिंसा न हो और राज्य सरकारों का दखल भी न रहे. इसके अलावा सिविल सोसायटी के कुछ लोग चुनाव प्रक्रिया पर गलतफहमी फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, उन पर पैनी नजर रखी जाए.