नई दिल्ली, 19 नवंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बेंगलुरु टेक समिट 2020 के उद्घाटन समारोह में गुरुवार को कहा कि हमने पांच साल पहले डिजिटल इंडिया मिशन शुरू किया था. आज, यह कहते हुए खुशी हो रही है कि डिजिटल इंडिया को अब सरकार की पहल के रूप में नहीं देखा जा रहा है, बल्कि यह गरीबों और सरकार में रहने वाले लोगों के लिए जीवन का एक तरीका बन गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के चरम पर पहुंचने के दौरान तकनीक के माध्यम से भारत के गरीबों को त्वरित और उचित सहायता सुनिश्चित हुई.
यदि भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना का सफलतापूर्वक संचालन कर रहा है, तो इसमें प्रौद्योगिकी की एक बड़ी भूमिका है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने बेहतर सेवा वितरण और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए डेटा एनालिटिक्स की शक्ति का उपयोग किया है. इंटरनेट लगभग 25 साल पहले भारत आया था. एक रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट कनेक्शन की संख्या हाल ही में 750 मिलियन के आंकड़े को पार कर गई है.
टेक्नॉलजी के जरिए हमने इंसानों के सम्मान को बढ़ाया है। करोड़ों किसानों को 1 क्लिक में आर्थिक सहायता दी। जब लॉकडाउन चरम पर था, उस वक्त टेक्नॉलजी ने सुनिश्चित किया कि गरीबों को जल्दी और उचित मदद मिलेः पीएम मोदी pic.twitter.com/6POnnYFWb3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 19, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज, जब हम गरीबों को अपने घरों को एक अभूतपूर्व पैमाने, गति और पारदर्शिता से बनाने में मदद करने में सक्षम हैं, तो इसमें तकनीक का योगदान है. आज, जब हम लगभग सभी घरों में बिजली प्रदान करने में सक्षम हैं, तो प्रौद्योगिकी ने इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.