नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर जारी हिंसक प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रही है. जीटीबी अस्पताल के अनुसार हिंसा में अब तक दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल सहित 18 लोगों की मौत हो चुकी है. बताना चाहते है कि पिछले तीन दिनों में दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं. इसके साथ ही बुधवार को भी गोकुलपुरी इलाके में हिंसक प्रदर्शन किया गया है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने एक दुकान में आग लगा दी है. दिल्ली के मौजूदा हालात के मद्देनजर केंद्र की मोदी सरकार (Modi Govt) एक्शन में आ गई है. इसके साथ ही ताजा हालात पर नियंत्रण करने के लिए सरकार ने इसकी जिम्मेदारी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल (NSA Ajit Doval) को दी है.
रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने उन्हें पूरी छूट दी है. अजित डोभाल कुछ देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट को दिल्ली हिंसा मामले को लेकर जानकारी देंगे. यह भी पढ़े-दिल्ली हिंसा: मृतकों की संख्या पहुंची 18, गृहमंत्री अमित शाह ने शाहदरा में घायल डीसीपी के परिवार से की बात
ANI का ट्वीट-
Govt sources: The NSA has made it clear that lawlessness would not be allowed to remain in the national capital&adequate number of police forces and paramilitary forces have been deployed. The police have been given a free hand to bring the situation under control. #DelhiViolence https://t.co/1uSnmXrQNj
— ANI (@ANI) February 26, 2020
ज्ञात हो कि अजीत डोभाल मंगलवार को रात करीब साढ़े 11 बजे सीलमपुर पहुंचे और 12 बजे तक डीसीपी दफ्तर में सभी अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसके बाद करीब 8 किलोमीटर का सफर करते हुए सभी हिंसा ग्रस्त इलाकों का उन्होंने दौरा किया. एनएसए भजनपुरा, यमुना विहार सहित कई इलाकों में भी गए और वहां के हालात के बारें में अधिकारियों से बातचीत की.
वही दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान शहीद हुए पुलिस हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल का परिवार धरने पर बैठा हुआ है. इसके साथ ही परिवार की मांग है कि रतनलाल को शहीद का दर्जा दिया जाए.