दिल्ली हिंसा पर बोले भैयाजी जोशी, किसी को कानून हाथ में लेने का कोई अधिकार नहीं
उत्तरी-पूर्वी दिल्ली जिले में हुई हिंसा ( Delhi violence) के बाद तीन दिन से जारी हिंसक घटनाओं में एक पुलिसकर्मी और IB अधिकारी सहित अब तक 34 लोग की मौत हो चुकी है. हिंसा के पांचवे दिन अब माहौल में शांति फैल रही है. वहीं इस मामले पर नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है. वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के महासचिव सुरेश 'भैयाजी' जोशी (Bhaiyyaji Joshi) ने दिल्ली में हुई हिंसा पर कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का इजाजत नहीं है. सरकार को जल्दी से वहां पर शांति कायम करना चाहिए.
उत्तरी-पूर्वी दिल्ली जिले में हुई हिंसा ( Delhi violence) के बाद तीन दिन से जारी हिंसक घटनाओं में एक पुलिसकर्मी और IB अधिकारी सहित अब तक 34 लोग की मौत हो चुकी है. हिंसा के पांचवे दिन अब माहौल में शांति फैल रही है. वहीं इस मामले पर नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है. वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के महासचिव सुरेश 'भैयाजी' जोशी (Bhaiyyaji Joshi) ने दिल्ली में हुई हिंसा पर कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का इजाजत नहीं है. सरकार को जल्दी से वहां पर शांति कायम करना चाहिए.
बता दें कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, आनंद शर्मा, रणदीप सुरेजवाला समेत कई नेताओं का एक प्रतिनिध मंडल आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. सोनिया गांधी ने मुलाकात के बाद गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की. दिल्ली में हुई हिंसा को सरकार की नाकामी बताई. सोनिया गांधी ने कहा केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार इस हिंसा के मूक दर्शक बने रहे जिससे जानमाल का काफी नुकसान हुआ.
पिछले महीने भैयाजी जोशी ने कहा था कि भारत में मुसलमानों का कभी भी उत्पीड़न नहीं हुआ. उन्होंने आरोप लगाया था कि देश में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ गलत जानकारियों का प्रसार किया जा रहा है. इससे पहले कहा कि हिंदू समुदाय का मतलब भारतीय जनता पार्टी नहीं हैं.
जिसके विरोध को हिन्दुओं से जोड़ दिया जाए और कहा जाए कि बीजेपी (BJP) का विरोध करना हिंदुओं का विरोध है. उन्होंने कहा कि देश में इस तरह ही राजनीतिक लड़ाई आगे भी चलती रहेगी, लेकिन इसे हिंदुओं से नहीं जोड़ा जाना चाहिए.